शिवपुरी: गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की दर्दनाक मौत, मिट्टी के लिए अवैध रूप से खोदा था गड्ढा

शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के निवोदा गांव में शनिवार सुबह तीन बच्चों की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब तीनों बच्चे खेलते-खेलते बस्ती से बाहर आए और एक गड्ढे में भरे पानी में नहाने लगे।जिस गड्ढे में यह हादसा हुआ, वह स्थानीय बंजारा समाज के लोगों द्वारा लाल मिट्टी निकालने के लिए अवैध रूप से खोदा गया था।

Publish: Sep 28, 2024, 07:22 PM IST

शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के निवोदा गांव में शनिवार सुबह तीन बच्चों की गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब तीनों बच्चे खेलते-खेलते बस्ती से बाहर आए और एक गड्ढे में भरे पानी में नहाने लगे। गहराई में जाने पर तीनों डूब गए। परिजनों ने बच्चों को पानी से बाहर निकालकर तुरंत शिवपुरी के एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक बच्चों की उम्र 8 से 10 साल थी, जिसमें 10 वर्षीय नीरज 6 बहनों का इकलौता भाई था।

घटना की सूचना मिलने पर कोलारस एसडीओपी विजय यादव, एसडीएम और तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाया, लेकिन परिजन पोस्टमॉर्टम कराने के लिए तैयार नहीं हुए। बाद में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी खुद मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने परिजनों से पोस्टमॉर्टम के लिए फिर से आग्रह किया, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद कोलारस स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. विवेक शर्मा को बुलाकर तीनों बच्चों की फॉर्मल ऑटोप्सी रिपोर्ट तैयार करवाई गई, जिसके बाद शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई।

मृतक बच्चों में नीरज पिता धारा बंजारा (10 वर्ष), संजय पिता कारू बंजारा (8 वर्ष) और रवि पिता सरवन बंजारा (9 वर्ष) शामिल हैं। बताया जा रहा है कि जब तीनों बच्चे गड्ढे में नहा रहे थे, उस समय वहां मौजूद अन्य बच्चों ने घटना देखी और भागकर परिजनों को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और बच्चों को बाहर निकालकर ट्रैक्टर से तुरंत शिवपुरी के निजी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

इस हादसे में नीरज, जो 6 बहनों का इकलौता भाई था, उसकी मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। वहीं, संजय और रवि आपस में चचेरे भाई थे।

जिस गड्ढे में यह हादसा हुआ, वह स्थानीय बंजारा समाज के लोगों द्वारा लाल मिट्टी निकालने के लिए अवैध रूप से खोदा गया था। बारिश के कारण उसमें पानी भर गया था, जिससे तीन मासूमों की जान चली गई।