जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया के बगावती तेवर, भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लेने के कारण 7 बार के विधायक जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया था वहीं सिद्धार्थ मलैया सहित पांच मंडल अध्यक्षों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था, आहत सिद्धार्थ ने पार्टी को कहा अलविदा

Updated: Jun 13, 2022, 11:45 AM IST

Photo Courtesy: Bansal News
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दमोह। नगरीय चुनाव में मतदान से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। मध्य प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री रहे, वरिष्ठ भाजपा नेता जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जयंत मलैया ने स्पष्ट किया कि अभी वे किसी राजनैतिक दल में शामिल नहीं हो रहे हैं, क्योंकि उनकी जड़ें जिस दल से जुड़ी है, वे उससे अलग नही हो सकते।

भाजपा से निलंबित सिद्धार्थ मलैया ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वे आगामी नगरपालिका चुनाव में दमोह नगरपालिका के प्रत्येक वार्ड में अपना प्रत्याशी खड़ा करेंगे जो निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। इसके साथ ही वे निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों का सहयोग करेंगे, जो उनसे शहर के विकास के एजेंडा को लेकर मदद मांगेंगे। इसके साथ ही सिद्धार्थ मलैया ने घोषणा की है कि वे वर्ष 2023 का आगामी विधानसभा चुनाव लडेंगे।

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गौरतलब है कि दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा प्रत्याशी रहे राहुल लोधी ने हार का ठीकरा जयंत मलैया और उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया पर फोड़ा था। भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लेने के कारण 7 बार के विधायक जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस जारी किया था वहीं सिद्धार्थ मलैया सहित पांच मंडल अध्यक्षों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था। डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी सिद्दार्थ मलैया की भाजपा में वापसी नहीं हो पाई थी। इस उपचुनाव में कांग्रेस के अजय टंडन ने भाजपा प्रत्याशी राहुल लोधी को 17 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया था।