पश्चाताप कम, चुनावी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा, सीएम शिवराज पर बसपा सुप्रीमो का हमला

पीड़ित आदिवासी युवक को लगभग 600 किलोमीटर दूर भोपाल बुलाकर सीएम हाऊस में कैमरा के घेरे में उसके पैर धोना सरकारी पश्चाताप कम तथा इनकी नाटकबाजी ज्यादा लगती है: मायावती

Updated: Jul 06, 2023, 05:03 PM IST

भोपाल। सीधी पेशाब कांड को लेकर चौतरफा फजीहत झेल रही शिवराज सरकार डैमेज कंट्रोल में जुटी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पेशाब कांड के पीड़ित के पैर धोए। हालांकि, मुख्यमंत्री यह यह हथकंडा भी उलटा पड़ता दिख रहा है। देशभर के कई नेताओं इसे नौटंकी करार दिया गया है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मामले पर कहा कि यह पश्चाताप कम, चुनावी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा है।

मायावती ने एक ट्वीट थ्रेड में लिखा, 'मध्य प्रदेश के सीएम द्वारा सीधी ज़िले के पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक को लगभग 600 किलोमीटर दूर भोपाल बुलाकर सीएम हाऊस में कैमरा के घेरे में उसके पैर धोना सरकारी पश्चाताप कम तथा इनकी नाटकबाजी व चुनावी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा लगती है। ऐसा नुमाइशी कार्य क्या उचित है?'

मायावती ने आगे लिखा, 'चूँकि, मध्य प्रदेश में विधानसभा का आम चुनाव निकट है, इसलिए सरकार की ऐसी बेचैनी स्वाभाविक। किन्तु पूरे राज्य में खासकर एससी, एसटी, अतिपिछड़े व मुस्लिम समाज के साथ ही सर्वसमाज के लोगों का महंगाई व बेरोजगारी आदि से इनका जीवन जितना त्रस्त हुआ है उसका हिसाब वे जरूर ही माँगेगे।'

बता दें कि सीएम चौहान ने सीधी पेशाब कांड के पीड़ित को अपने भोपाल स्थित सरकारी आवास पर बुलाकर उनसे मुलाकत की। इस दौरान शिवराज सिंह ने भाजपा नेता द्वारा किए गए इस कुकृत्य के लिए पीड़ित से माफी भी मांगी। साथ ही कुर्सी पर बैठाकर पांव धोए, आरती उतारी और तिलक लगाया। इसके बाद शॉल ओढ़ाकर सीएम शिवराज ने पीड़ित को सम्मानित भी किया।