MP में इस साल भी नहीं होंगे छात्र संघ चुनाव, उच्च शिक्षा मंत्री बोले- अभी कोरोना है, NSUI ने खोला मोर्चा

NSUI ने छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी में सीएम चौहान का पुतला फूंका, एनएसयूआई का आरोप- एबीवीपी के हार के डर से नहीं करवा रही चुनाव

Updated: Aug 06, 2022, 06:44 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में छात्र संघ चुनाव की मांग एक बार फिर से तेज हो गई है। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर सीएम चौहान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हालांकि, सरकार इस साल भी छात्र संघ चुनाव कराने के मूड में नहीं है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कोरोना वायरस का हवाला देते हुए चुनाव टालने की बात कही है।

शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे डॉ मोहन यादव ने कहा कि 
 कोरोना का अभी तीसरा दौर चल रहा है। कोविड की स्थिति सामान्य होने के बाद ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस बारे में बात कर कोई फैसला लिया जाएगा। जैसे ही, कोविड से सामान्य स्थिति होगी। छात्र संघ चुनाव कराएंगे। चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे या अप्रत्यक्ष प्रणाली, इसका फैसला छात्र संगठनों के नेताओं से राय लेकर को-ऑर्डिनेशन कमेटी और राज्यपाल की सहमति से होगा।

चुनाव न कराए जाने के खिलाफ कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राजधानी भोपाल स्थित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में सीएम चौहान का पुतला दहन किया। एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने शिवराज सरकार को डरपोक करार देते हुए कहा कि छात्र संघ चुनाव में भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) की करारी हार होगी इस डर से प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं।

रवि परमार ने कहा कि प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्र संघ चुनाव नहीं होने की वजह से प्रदेश में छात्रों के अधिकारों का हनन हो रहा है। शिवराज सरकार छात्र-छात्राओं की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रही है। एनएसयूआई प्रदेश भर में छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर चरणबद्ध प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश के सभी कॉलेजों में हस्ताक्षर अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

मामले पर बीजेपी से जुड़ी छात्र संगठन एबीवीपी के संगठन मंत्री प्रवीण शर्मा ने कहा कि, 'हम कॉलेजों में प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराए जाने के पक्षधर हैं। संगठन की ओर से राज्य सरकार को पिछले दिनों ज्ञापन भी दिया गया था, लेकिन सरकार ने प्रत्यक्ष प्रणाली से स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन कराने के बारे में फिलहाल रुख स्पष्ट नहीं किया है। जब 2017 में भी छात्र सगठन के चुनाव हुए थे तब भी ABVP ने प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने की मांग की थी।