मध्य प्रदेश में राजनीति की ऐसी मंडी पहले कभी नहीं देखी गई, सीएम चौहान पर बरसे कांग्रेस नेता जीतू पटवारी

चार बार का नाकाम मुख्यमंत्री अपनी 20 साल पुरानी सरकार के बाद भी, खुलेआम वोट खरीद रहा है, जनता समझ रही है, भाजपा जा रही है: जीतू पटवारी

Updated: Sep 03, 2023, 09:49 AM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज सरकार ने लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को रुपए देना शुरू किया है। राज्य सरकार ने एक हजार से बढ़ाकर इसे 1250 भी कर दिया है। साथ ही सीएम चौहान लगातार महिलाओं को 3000 देने का वादा कर रहे हैं। इसपर कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर है।

कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में राजनीति की ऐसी मंडी पहले कभी नहीं देखी। उन्होंने सीएम चौहान का ट्वीट रिपोस्ट करते हुए लिखा, 'आज 50 रुपए डाले हैं! कल 200 रुपए डालूंगा!परसों 500 रुपए डालूंगा! फिर 1200 रुपए डालूंगा! चार बार का नाकाम मुख्यमंत्री अपनी 20 साल पुरानी सरकार के बाद भी, खुलेआम वोट खरीद रहा है। मध्य प्रदेश में राजनीति की ऐसी मंडी पहले कभी नहीं देखी गई। महंगाई के इस दौर में ईमानदार और मेहनतकश करदाताओं के पैसे को इस तरह लुटाना भाजपा की हार की हताशा है! जनता समझ रही है, भाजपा जा रही है।'

दरअसल, सीएम शिवराज लाडली बहना सम्मेलन को संबोधित करते हुए बहनों को भविष्य में तीन हजार देने का वादा कर रहे हैं। सीएम कहते हैं कि, 'सावन से 3 दिन पहले मैंने ₹250 डाले थे। अब 10 सितंबर को ₹1,000 और डालूँगा। साथ ही अक्टूबर से हर महीने ₹1250 दिए जाएंगे। मैं पैसे के जुगाड में लगा हूं। इंतजाम होने के बाद 1500 रुपए दूंगा। फिर 1750, फिर 2000, फिर 2250 और 2500। बहनों, तुम्हारा भाई यहीं नहीं रुकेगा, धीरे-धीरे बढ़ाकर ₹3,000 दूँगा।' बता दें कि सीएम हर रैलियों में इस तरह के वादे कर रहे हैं, जबकि सरकार के पास इसके लिए कोई रोड मैप तैयार नहीं है।

इससे पहले कमलनाथ ने सीएम चौहान पर निशाना साधते हुए कहा था कि, 'वर्तमान से मुंह मोड़ना और कभी भूतकाल तो कभी भविष्य काल में जीना शिवराज सरकार का अमृतकाल बन गया है। शिवराज जी अरबों रुपया प्रचार पर लुटा कर बहनों से कह रहे हैं कि वे उन्हें ₹3000 महीना देंगे। जिस सरकार की आयु 3 महीने भी नहीं बची है, वह सरकार 3000 की बात कर रही है। जिनकी देने की नियत होती है, वह ना तो मोल भाव करते हैं और ना कल-परसों पर बात टालते हैं। जिन्होंने बरसों से कुछ नहीं किया, वही कल और परसों करते हैं।'