टाटा कंपनी फ्रांस की एयरबस के साथ बनाएगी हेलीकॉप्टर, मैक्रों के भारत दौरे के दौरान डील फाइनल

एयरबस और टाटा ग्रुप की मिलकर वडोदरा में H125 हेलीकॉप्टरों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की योजना है।

Updated: Jan 27, 2024, 11:43 AM IST

नई दिल्ली। फ्रांस की कंपनी एयरबस और टाटा ने मिलकर हेलीकॉप्टर बनाने का समझौता किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनने के लिए भारत दौरे पर हैं। इमैनुएल मैक्रों की इस यात्रा के बीच दोनों कंपनियों ने इस समझौते को अंतिम रूप दिया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा और फ्रांस की कंपनी एयरबस मिलकर H125 हेलीकॉप्टरों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए काम करेंगी। इसका इस्तेमाल कमर्शियल यूज के लिए होगा। खास बात ये है कि 
इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पीएम मोदी के गृहनगर गुजरात के वडोदरा में स्थापित की जाएगी।

मैक्रों का भारत दौरा विशेष रूप से डिफेंस, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्र में दोनों देशों के बढ़ते संबंधों की ओर इशारा करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों ने महत्वपूर्ण सैन्य हार्डवेयर विकसित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी रक्षा औद्योगिक ‘रोडमैप' पर भी मुहर लगाई है।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार को जयपुर में हुई मोदी-मैक्रों वार्ता के नतीजों की घोषणा करते हुए यह भी कहा कि 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के पेशेवरों को एक-दूसरे के देशों में भेजने की योजना और स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल कर चुके भारतीय छात्रों के लिए पांच साल की वैधता के साथ शेंगेन वीजा भी मुख्य निर्णयों में शामिल है।

क्वात्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्षों ने असैन्य-परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (SMR) पर सकारात्मक बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि मोदी और मैक्रों ने गाजा में संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान करने के अलावा, लाल सागर में स्थिति और इससे उत्पन्न होने वाले संभावित व्यवधानों पर भी चर्चा की।

हालांकि, भारत द्वारा फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों के 26 नौसैन्य संस्करण और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की प्रस्तावित खरीद पर कोई घोषणा नहीं की गई। बताया जा रहा है कि अरबों डॉलर के सौदों के लिए कीमतों पर वार्ता अब भी हो रही है।