जिस दिन पकड़े जाएंगे उन्हें फांसी दी जाएगी, EVM से हेराफेरी करने वालों को दिग्विजय सिंह की चेतावनी

EVM से हेराफेरी करने वाले शीघ्र पकड़े जाएंगे, हम काफी निकट पहुंच चुके हैं और जिस दिन उनकी चोरी पकड़ी जाएगी उन्हें देशद्रोह के केस में फांसी दी जाएगी: दिग्विजय सिंह

Updated: Mar 22, 2024, 12:24 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ईवीएम और इलेक्टोरल बॉन्ड्स से लेकर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के मुद्दे पर खुलकर बात की। पीसीसी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि EVM से हेराफेरी करने वाले जिस दिन पकड़े जाएंगे उन्हें फांसी दी जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, 'आज पूरे देश में एक जनचर्चा है कि जो मैंडेट मिला है उसमें कहीं ना कहीं गड़बड़ है। कई प्रश्न ईवीएम को लेकर उठते हैं जिसका जवाब न सरकार के पास है और न ही चुनाव आयोग के पास। भाजपा का जो आत्मविश्वास झलकता है वह भी शंका पैदा कर रहा है। 2014 में उन्होंने कहा था 272 पास तो 284 सीटें आई, 2019 में कहा 300 पार तो 303 सीट आई और अब वे कह रहे हैं 400 पार। मशीन से हेराफेरी करने वाले लोगों को में चेतावनी देता हूं कि वो एक दिन पकड़े जाएंगे और हम इसके काफी निकट पहुंच चुके हैं। जिस दिन वे पकड़े जाएंगे देशद्रोह के मामले में उन्हें फांसी दी जाएगी।

पूर्व सीएम ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के मुद्दे पर कहा, 'सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद जो इलेक्टोरल बॉन्ड्स को असंवैधानिक बताया और बड़े साहसिक ढंग से सारी जानकारी देने के लिए बाध्य किया। इलेक्टोरल बॉन्ड्स में जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक 2018 से 2024 तक भाजपा को 8 हजार 252 करोड़ मिले हैं। जबकि आज कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और पार्टी एक भी पैसा नहीं निकाल सकती है। जिन कंपनियों ने भाजपा को पैसा दिया उनका क्रोनोलॉजी देखिए... रेड पड़ते हैं और कंपनी इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदती है और जांच दबा दिया जाता है।

पूर्व सीएम में कहा कि ये तीन तरीके से अवैध पैसे बनाते हैं। पहला है हफ्ता वसूली यानी एक्सटॉरसन। 14 ऐसे मामले आए जहां रेड के बाद उन कंपनियों ने भाजपा को चंदा दिया। दूसरा है चंदा दो और धंधा लो। चार लाख करोड़ के प्रोजेक्ट दिए गए जिनसे चार हजार करोड़ का चंदा वसूला गया। 37 उद्योग घरानों को दो सौ से अधिक प्रोजेक्ट दिया गया। सात फार्मा कंपनियां जिनपर नकली दवाओं का जांच चला था उन सभी कंपनियों से भाजपा ने चंदा लिया। यानी कोविड काल में नकली दवा बेचने वालों को भी चंदा लेकर छोड़ दिया। ये है मोदी की गारंटी।

सिंह ने कहा कि तीसरी श्रेणी आती शेल कंपनी कि आती है जिसके माध्यम से टैक्सपेयर्स का पैसा उनके पास आता है। जिसका कोई बिज़नेस नहीं है उन्होंने भी भाजपा को करोड़ रुपए चंदा दिया है। पीएम ने गारंटी दी थी देश के शेल कंपनियों को हमने समाप्त कर दी। लेकिन इस पूरे इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम में 29 कंपनी हैं जिनका कोई बिज़नेस नहीं उन्होंने चंदा दिया है। खुद वित्त मंत्रालय ने इन्हें हाई रिस्क में डाला था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अकाउंट इसलिए फ्रीज किए गए ताकि न हम कैंपेन कर सकें, न उम्मीदवार को पैसा दें न पैम्फलेट छपवाए और न कर्मचारियों के तनख्वाह भी न दे पाए।

उन्होंने बताया कि मोतीलाल वोरा जब कोषाध्यक्ष थे तब एक सांसद ने अपना वेतन दान कर दिया। सात साल बाद इसी मामले में अकाउंट फ्रीज किया गया।
सीताराम केसरी जब कोषाध्यक्ष थे तब के एक केस के 31 साल बाद आईटी विभाग ने नोटिस जारी किया है। हमें लगता है कि गांधी जब अध्यक्ष और जमना लाला बजाज कोषाध्यक्ष तब का केस भी ढूंढ रहे होंगे। 

जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर सिंह ने कहा।की इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब दो मुख्यमंत्री को जेल भेजा गया। हेमंत सोरेन पर भाजपा में आने का दबाव था लेकिन उन्होंने जेल जाना पसंद किया। केजरीवाल का कशुर सिर्फ ये था कि वो इंडिया एलायंस में शामिल हो गए। चुनाव लडने के सवालों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अभी लिस्ट नहीं आई है लेकिन मैं कार्यकर्ता हूं पार्टी का आदेश जहां से होगा वहां से चुनाव लड़ेंगे।