नर्सिंग घोटाले की जांच कर रहे CBI के दो इंस्पेक्टर गिरफ्तार, दिल्ली की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

सीबीआई निरीक्षक राहुल राज को रिश्वत देने वाले भोपाल के मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सूना अनिल भास्करन और एक मीडिएटर सचिन जैन को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।

Updated: May 20, 2024, 04:17 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की बहुचर्चित नर्सिंग घोटाले में एक नया मोड़ आ गया है। मामले की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारी भी इस भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए हैं। दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने मामले की जांच कर रहे दो इंस्पेक्टरों को घुस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। 

दरअसल, पिछले 2 सालों से हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई एमपी के नर्सिंग घोटाले की जांच कर रही है। बीते दिनों NSUI मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने सीबीआई कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी की विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में शामिल हो गए हैं। NSUI का दावा है कि इस शिकायत के बाद दिल्ली सीबीआई की टीम हरकत में आई और छापेमारी कर भोपाल के अफसरों को गिरफ्तार किया।

रविवार को सीबीआई की टीम ने भोपाल में आरोपी इंस्पेक्टर के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित घर पर छापा मारा और उन्हें रिश्वत लेते पकड़ा। राहुल राज के घर से तलाशी में 7 लाख 88 हजार रुपए नकद और 100-100 ग्राम के सोने के बिस्किट मिले हैं। राहुल राज को रिश्वत देने वाले भोपाल के मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सूना अनिल भास्करन और एक मीडिएटर सचिन जैन को भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। राहुल राज सही सुइटबिलिटी रिपोर्ट देने के नाम पर रिश्वत ले रहे थे।

गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को भोपाल में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने सभी आरोपियों को 29 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इसके अलावा इंस्पेक्टर सुशील मजोकर को सीबीआई दिल्ली की विजिलेंस टीम ने दो लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। मजोकर ACB भोपाल CBI में अटैच था। इसके अलावा रतलाम नर्सिंग कॉलेज वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा और भाभा कॉलेज भोपाल के प्रिंसिपल जलपना अधिकारी को भी गिरफ्तार किया है।

नर्सिंग घोटाले के व्हिसलब्लोअर व एनएसयूआई नेता रवि परमार ने कहा कि वे जल्द ही अन्य भ्रष्टाचारी निरीक्षकों और नर्सिंग फर्जीवाड़े में शामिल नर्सिंग कॉलेज संचालकों और दलालों की जानकारी सीबीआई को सौंपेंगे। परमार ने कहा कि यह व्यापम से भी बड़ा घोटाला है और इसमें कई नेता-मंत्रियों की भी संलिप्तता है।