भोपाल में बढ़ी Omicron के आगमन की आशंका, विदेशों से भोपाल लौटे दो लोग कोरोना से संक्रमित

एक व्यक्ति यूके से गुजरात के रास्ते भोपाल पहुंचा है, जबकि कोरोना से संक्रमित एक अन्य व्यक्ति कनाडा से भोपाल पहुंचा है

Updated: Dec 08, 2021, 03:56 AM IST

भोपाल। कोरोना के नए वेरिएंट Omicron के भोपाल आगमन की आशंका बढ़ गई है। विदेशों से भोपाल आए दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया है। दोनों संक्रमित व्यक्तियों को इस वक्त काटजू अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। इनके सैंपलों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। 

संक्रमित पाया गया 41 वर्षीय एक व्यक्ति यूके से भोपाल लौटा है। इब्राहिमगंज निवासी यूके से पहले गुजरात आया था। जिसके बाद बीते चार दिसंबर को वह भोपाल पहुंचा। वहीं संक्रमित पाया गया एक अन्य व्यक्ति कनाडा से भोपाल लौटा है। वह भोपाल के कोलार का रहने वाला है। चिंता की बात यह है कि दोनों ही व्यक्ति asymptomatic हैं। दोनों में किसी तरह के लक्षण नहीं पाए गए हैं। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग दोनों संक्रमितों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में जुटा हुआ है। 

भोपाल सहित पूरे प्रदेश भर में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राजधानी भोपाल में बीते एक हफ्ते में कोरोना के 49 मामले सामने आए हैं। प्रदेश भर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 16 नए मामले दर्ज किए गए। जिसमें सबसे अधिक आठ मामले इंदौर में दर्ज किए गए। वहीं भोपाल में कोरोना के 6, जबकि जबलपुर में दो नए मामले दर्ज किए गए। 

मध्य प्रदेश से सटे राज्यों महाराष्ट्र और राजस्थान में कोरोना के नए वेरिएंट के मामलों की पुष्टि ने चिंता बढ़ा दी है। लिहाजा नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टेस्टिंग के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान यह दावा किया कि सरकार प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोकने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है। 

दूसरी तरफ विशेषज्ञों के दावा है कि अगले साल फरवरी महीने में भारत में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक Omicron वेरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर का कारण बनेगा। जनवरी महीने के अंत में संक्रमण के मामलों में वृद्धि की शुरुआत होगी, वहीं फरवरी में कोरोना की तीसरी लहर अपने पीक पर पहुंच जाएगी। 

हालांकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को दूसरी लहर की तुलना में कम घातक होने की संभावना जताई जा रही है। जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर सुधीर भंडारी ने मीडिया को नए वेरिएंट के लक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि डेल्टा वेरिएंट से omicron वेरिएंट के लक्षण अलग हैं। डॉ भंडारी ने कहा कि नए वेरिएंट से संक्रमित मरीजों को उल्टी और बदन दर्द की शिकायत हुई है। उनकी सूंघने की शक्ति नहीं गई है। जबकि डेल्टा वेरिएंट में मरीजों की सूंघने की शक्ति समाप्त हो जाती थी।