भारत यात्री नूरी खान को उज्जैन पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट, सीएम शिवराज को देना चाहती थीं ज्ञापन

सुजलाम अंतर्राष्‍ट्रीय जल महोत्‍सव में शामिल होने उज्जैन पहुंचे हैं सीएम शिवराज सिंह चौहान, पुलिस के महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान को घर में किया नजरबंद

Updated: Dec 27, 2022, 10:48 AM IST

उज्जैन। भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक के बाद उज्जैन पहुंचीं मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान को पुलिस ने नजरबंद कर लिया है। कांग्रेस नेत्री को उनके घर में ही बलपूर्वक कैद किया गया है। दरअसल, नूरी खान सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलना चाहती थीं, इसके पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया।

प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान ने एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें देखा जा सकता है कि महिला पुलिसकर्मी उन्हें बालपूर्वक रोक रहे हैं। नूरी खान ने इसके साथ लिखा कि, 'मैं सीएम शिवराज से मिलकर ज्ञापन देना चाहती थी लगातार ग़रीबों के आशियाने छिने जा रहे है मुझे मेरे ही घर में क़ैद कर दिया गया है। क्या लोकतंत्र ज़िंदा है?'

नूरी खान ने हम समवेत से बातचीत के दौरान बताया कि उज्जैन में साढ़े तीन सौ परिवारों को घर खाली करने का नोटिस दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि गोकुलधाम समेत चार बस्तियां सिंहस्थ मेला भूमि पर बसा है। करीब 1500 लोग इन चार बस्तियों में रहते हैं। अतिक्रमण बताकर उन्हें बेघर किया जा रहा है। बुलडोजर से उनके घर उजाड़े जा रहे हैं। उनके पुनर्वास अथवा विस्थापन के लिए भी कुछ नहीं किया जा रहा है। नूरी खान ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूं कि ये गरीब परिवार अब कहां जाएंगे?'

नूरी खान ने आरोप लगाया कि प्रशासन पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहा है। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि, 'सिंहस्थ मेला भूमि पर बीजेपी के विधायक का अतिक्रमण है। लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा। सिर्फ गरीबों को परेशान किया जा रहा है। मैं मुख्यमंत्री से गरीब परिवारों के हक की बात करने जा रही थी तो पुलिस ने मुझे घर में बंद कर दिया। ये सरासर तानाशाही है। उज्जैन के लोग इस तानाशाही का जवाब जरूर देंगे।'

बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुजलाम अंतरराष्ट्रीय जल महोत्सव सम्मेलन में शामिल होने उज्जैन पहुंचे हैं। तीन दिन चलने वाले कार्यक्रम में बुधवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम का आयोजन सुमंगलम पंचमहाभूत अभियान के तहत देश दुनिया को जल संरक्षण का संदेश देने हेतु 27 से 29 दिसंबर को भारत सरकार सहित दीनदयाल शोध संस्थान व मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा किया गया है।