नर्मदा परिक्रमा के 6 साल पूरे होने पर बच्चों को बांटे यूनिफ़ॉर्म, नर्मदा संरक्षण न्यास की स्कूली शिक्षा संवारने की पहल

दिग्विजय सिंह द्वारा गोद लिए ग्राम रोहिणी में नर्मदा संरक्षण न्यास की कार्यकारी अध्यक्ष अमृता राय ने बच्चों में बांटी स्कूली ड्रेस और मिठाइयां, आज ही के दिन साल 2017 में शुरू हुई थी दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा

Updated: Sep 30, 2023, 05:53 PM IST

नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय द्वारा किए गए नर्मदा परिक्रमा के 6 वर्ष पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन साल 2017 में नरसिंहपुर के बरमान घाट से सिंह और उनकी पत्नी अमृता ने परिक्रमा की शुरुआत की थी। परिक्रमा के 6 वर्ष पूरे होने पर नर्मदा संरक्षण न्यास की कार्यकारी अध्यक्ष अमृता राय ने दिग्विजय सिंह द्वारा गोद लिए गए गांव के स्कूली बच्चों के बीच जाकर उन्हें यूनिफॉर्म वितरित किए और स्कूल के जीर्णोधार की इच्छा जतायी।

 शनिवार को नर्मदा संरक्षण न्यास की तरफ से हुए कार्यक्रम में अमृता राय ने माँ नर्मदा की पूजा अर्चना कर मध्य प्रदेश के लोगों के लिए ख़ुशहाली की कामना की। नर्मदा पूजन के उपरांत उन्होंने नदी के तट पर स्थित रोहिणी गांव के लोगों से मुलाकात की, साथ ही यहां के सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के बीच स्कूल यूनिफॉर्म वितरण किया। कोरोना के कठिन दौर के बाद से यहां के सरकारी स्कूलों में बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं मिला था। इसलिए   उन्होंने अपनी इच्छा जतायी थी कि बच्चों को वे ट्रस्ट की तरफ से यूनिर्फॉर्म बांटना चाहती हैं। जिसका तीस सितंबर को एक सामान्य कार्यक्रम में वितरण किया गया। 

नरसिंहपुर के रोहिणी ग्राम का यह स्कूल 1996 में बना था लेकिन लगभग तीस सालों में इसकी हालत जीर्णशीर्ण हो चुकी है। अमृता ने ट्रस्ट की तरफ से इसके जीर्णोद्धार की इचिछा भी जतायी है। स्थानीय प्रशासन से भी इस संबंध में ब्यौरा मांगा गया है। पांचवीं तक के गांव के इस स्कूल में लगभग चालीस-पचास बच्चे पढ़ते हैं। ट्रस्ट ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस स्कूल के टॉपरों को भी ईनाम दिया जाएगा। स्कूली शिक्षा संवारने की दिशा में नर्मदा संरक्षण न्यास की यह आवश्यक पहल है। 

अमृता राय ने इस दौरान नर्मदा किनारे ग्रामीणों के साथ समय बिताया और उनकी समस्याओं को जाना। साथ ही समस्याओं का समाधान करने की दिशा में नर्मदा संरक्षण न्यास की ओर से हरसंभव मदद का भी आश्वासन दिया। करीब ढाई साल पहले राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस गांव को गोद लेने का ऐलान किया था। इसके बाद से सिंह और उनकी पत्नी द्वारा यहां समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर और अन्य कार्यक्रम कराए जाते हैं।

Narmada Parikrama Digvijaya Singh and Amrita Rai  

बता दें कि दिग्विजय सिंह और अमृता राय ने 30 सितंबर 2017 को विजयदशमी के मौके पर नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट से नर्मदा पूजन के बाद नर्मदा परिक्रमा की शुरूआत की थी। नर्मदा नदी के दोनों किनारे तकरीबन 3,300 किलोमीटर की यह पदयात्रा 192वें दिन 9 अप्रैल 2018 को संपन्न हुई। सिंह दंपत्ति ने नर्मदा परिक्रमा पूर्ण होने के बाद शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती का आशीर्वाद से बरमान घाट के पास मां नर्मदा के संरक्षण के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए सामाजिक कार्य करने के वास्ते इस ट्रस्ट की संकल्पना की थी।

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नर्मदा परिक्रमा में दिग्विजय सिंह और अमृता राय के अलावा पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा एवं नारायाण सिंह अमलाबे सहित सैकड़ों सहयात्री भी थे। 6 साल पूर्व शुरू हुए इस पदयात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया था। दिग्विजय सिंह हमेशा इसे गैर राजनीतिक यात्रा बताते हैं। हालांकि, सियासी जानकारों का मानना है कि इस यात्रा से कांग्रेस पार्टी को 2018 विधानसभा चुनाव में सियासी फायदा भी मिला।