हमें पैसों का लालच नहीं है, मेरे पति को वापस भेजें, पीड़ित की पत्नी का CM शिवराज को दो टूक

शिवराज जी, शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं है कि आदिवासी, आदिकाल से जल, जंगल और जमीन के मालिक हैं, हम चंद पैसों के लिए ज़मीर नही बेचते: डॉ विक्रांत भूरिया

Updated: Jul 06, 2023, 01:39 PM IST

सीधी। सीधी पेशाब कांड को लेकर चौतरफा फजीहत झेल रही शिवराज सरकार अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पेशाब कांड के पीड़ित के पैर धोए हैं। साथ ही सीएम ने पीड़ित के परिजनों को फोन पर रुपए देने की बात कही। इसके जवाब में पीड़ित आदिवासी युवक की पत्नी ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमें रुपयों का लालच नहीं है, हमारे पति को वापस भेजें।

सोशल मीडिया पर सीधी पेशाब कांड के पीड़ित की पत्नी और सीएम शिवराज के बीच हुई बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें सीएम चौहान महिला से कहते हैं कि तुम मेरी बहन हो कोई चिंता मत करो और परिवार की चिंता मैं कर रहा हूं। पैसों का भी इंतजाम कर रहा हूं। इतना सुनते ही महिला ने कहा कि हमें पैसे नहीं चाहिए, पैसों का लालच नहीं है, हमारे पति को वापस भेजें।

मामले पर युवा आदिवासी नेता डॉ विक्रांत भूरिया ने कहा, 'आदिवासी ज़मीर को खरीदने की कोशिश शिवराज जी की नाकाम हो गई। पत्नी ने पति को वापस करने की मांग की। वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि किस तरह से मुख्यमंत्री अपने प्रशासन के जरिये पीड़ित को उठवा कर भोपाल में पेश करवा दिया और परिवार की आवाज बंद करने के लिए पैसों और घर का लालच दे रहे हैं। शिवराज जी! शायद आपको इस बात का अंदाजा नहीं है कि आदिवासी, आदिकाल से जल, जंगल और जमीन के मालिक हैं, चंद सिक्कों के लिए ज़मीर नही बेचते।'

युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ भूरिया गुरुवार सुबह पीड़ित परिवार से मिलने सीधी पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और भाजपा नेताओं के अत्याचार के विरुद्ध लड़ाई में हमेशा साथ खड़े रहने का वादा भी किया। डॉ भूरिया ने कहा कि प्रशासन ने पीड़ित को अगवा कर रखा है। वे उनके परिजनों को भी बंधक बनाकर ले जाने वाले थे। कल कांग्रेस नेता अजय सिंह और कमलेश्वर पटेल यहां नहीं होते तो वे इन्हें भी उठवा लेते। तानाशाह का फरमान था कि सभी को पेश करो। पति को तो पहले ही उठा ले गए थे, इन्हें भी उठा कर ले गए होते।