महिला दिवस: इंदौर में CM के कार्यक्रम के लिए महिलाओं को बंधक बनाया, वीडियो वायरल

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में सीएम यादव ने साड़ी वॉकथॉन का आयोजन किया था। स्टेडियम से महिलाएं चलीं न जाएं इसलिए गेट पर ताला लगा दिया गया था।

Updated: Mar 08, 2024, 01:13 PM IST

इंदौर। विश्वभर में आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भी इस उपलक्ष्य में जगह-जगह कार्यक्रम व संगोष्ठियों का आयोजन किया गया है। महिला दिवस के शोर के बीच इंदौर में महिलाओं के साथ सरकारी दुर्व्यवहार का शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां सीएम के कार्यक्रम के लिए महिलाओं को बंधक बनाया गया था। काफी विरोध के बाद उन्हें जाने दिया गया।

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में सीएम मोहन यादव द्वारा साड़ी वॉकथॉन का आयोजन किया था। कार्यक्रम के लिए महिलाओं को दोपहर 3 बजे से ही बुला लिया गया था। कई महिलाएं छोटे बच्चों को साथ लेकर आई थीं। चार घंटे बाद भी कार्यक्रम शुरू नहीं होने पर महिलाएं जाने लगीं तो उन्हें रोकने के लिए स्टेडियम के सभी गेट पर ताला लगा दिया गया।

स्टेडियम के गेट पर ताला लगा देख महिलाएं भड़क गईं। उन्होंने कहा कि वे कई घंटे से आए हैं उन्हें जाने दिया जाए। तो उनसे कहा गया कि दूसरे गेट से जाएं और इसी तरह सभी गेट पर ताले लगे थे। गुस्से में महिलाओं ने हाथ में पत्थर उठा लिया और ताला तोड़ते लगीं। बवाल बढ़ता देख अधिकारी ने ताले खुलवाए तब महिलाएं बाहर निकल सकीं।

अपने तय कार्यक्रम से लेट होकर सीएम डॉ. मोहन यादव करीब सवा आठ बजे पहुंचे। उन्होंने साड़ी वॉकथॉन को औपचारिक तौर पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम में 25 हजार महिलाओं के शामिल होने का दावा था, लेकिन जब सीएम यादव पहुंचे तो वहां 100 महिलाएं भी नहीं थी।

महिला दिवस की पूर्व संध्या पर वन भारत अभियान के तहत आत्मनिर्भर नारी, गर्व से पहने साड़ी के ध्येय को लेकर साड़ी वॉकथॉन आयोजित की गई थी। हालांकि, जिस तरह महिलाओं के साथ यहां दुर्व्यवहार हुआ और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश हुई यह बेहद शर्मनाक है। विपक्ष ने भी इस घटना को लेकर सीएम यादव की तीखी आलोचना की है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि ऐसे फिजूल के कार्यक्रमों से क्यों जनता को परेशान कर रहे हैं! दिनभर इंदौर की ट्रैफिक व्यवस्था इस कार्यक्रम की वजह से बिगड़ी और उसके बाद बहनों को बंदी बनाया गया! बहुत हो गया प्रचार, कम से कम लोगों को तो इससे बक्श दें।