कानपुर में भीषण हादसा, श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली नदी में गिरी, अबतक 27 लोगों की मौत

इस हादसे के शिकार सभी लोग कोरथा गांव के बताए जा रहे हैं, जो उन्नाव के बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करके ट्रैक्टर से अपने गांव लौट रहे थे।

Updated: Oct 01, 2022, 06:36 PM IST

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में शनिवार शाम एक ट्रैक्टर ट्राली के तालाब में गिर जाने से कम से कम 27 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।

इस हादसे के शिकार सभी लोग कोरथा गांव के बताए जा रहे हैं, जो उन्नाव के बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करके ट्रैक्टर से अपने गांव लौट रहे थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ट्रॉली में कुल 50 लोग सवार थे, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल थे।

घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है। मृतकों के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख जताया है। सीएम ने सीएम ने अपील की है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। इससे सवारियों की ढुलाई न करें।सीएम ने कैबिनेट मंत्री राकेश सचान एवं अजीत पाल को मौके पर जाकर राहत कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

बताया जा रहा है कि ये सभी उन्नाव जिले के चंद्रिका देवी मंदिर में मुंडन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। दर्शन कर वापस अपने गांव कोरथा लौट रहे थे। वापस लौटते समय घाटमपुर के साढ़ और गंभीरपुर गांव के बीच सड़क किनारे एक तालाब में इनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई।

घटना की जानकारी मिलने के बाद एम्बुलेंस मौके पर भेजे गए। हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण एम्बुलेंस देरी से पहुंची। अगर एम्बुलेंस सही समय पर पहुंचती तो और लोगों की जान बच सकती थी। माना जा रहा है कि ट्रैक्टर के अंदर दबे लोगों की दम घुटने से मौत हुई है। फिलहाल राहत कार्य जारी है।