Agnipath Protest: भारी विरोध के बीच गृह मंत्रालय की आकर्षक घोषणा, CAPF और असम राइफल्स में 10 फीसदी आरक्षण

गृह मंत्रालय के अतिरिक्त रक्षा मंत्रालय ने भी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण देने की घोषणा की है.. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को युवाओं से माफी मांगनी पड़ेगी और अग्निपथ को वापस लेना ही पड़ेगा

Updated: Jun 18, 2022, 10:33 AM IST

photo Courtesy: PTI
photo Courtesy: PTI

भोपाल। केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम की आग देश के विभिन्न हिस्सों में फैलती जा रही है। इस स्कीम का बिहार से शुरू हुआ विरोध अब देश में दक्षिण के राज्य तेलंगाना सहित 8 राज्यों तक पहुंचा है। युवाओं के व्यापक विरोध को देखते हुए आज केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने भावी अग्निवीरों को CAPF और असम राइफल्स में 10 % आरक्षण देने का फैसला किया है। इसके साथ ही अग्निवीरों को CAPF और असम राइफल्स में भर्ती की निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयुसीमा में 3 वर्ष की छूट देने की घोषणा भी की है।

यह भी पढ़ें: पूर्व सैनिकों को सीएम शिवराज की नयी घोषणा पर भरोसा नहीं, 20 साल से मिले आरक्षण की अनदेखी का लगाया आरोप

गृहमंत्री कार्यालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा कि गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।

इसके साथ ही केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निवीरों को रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले कोस्ट गॉर्ड, 16 रक्षा PSU में 10% आरक्षण देने की घोषणा की है। 

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को माफीवीर बनकर युवाओं से माफी मांगनी पड़ेगी और अग्निपथ को वापस लेना पड़ेगा। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा।

वहीं बिहार की राजधानी पटना में अग्निपथ स्कीम का विरोध ने उग्र रूप ले लिया। पटना के मसौढ़ी में तारगेना स्टेशन के पास पत्थरबाजी और फायरिंग हुई है। प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन मास्टर के केबिन और बुकिंग काउंटर में आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शकारी युवाओं को खदेड़ने के लिए पुलिसकर्मियों को 100 राउंड से ज्यादा गोलियां चलानी पड़ी है। बढ़ते विरोध को देखते हुए बिहार के 15 जिलों में 19 जून तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।