नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले दुनिया में भारत का सम्मान नहीं था: अमित शाह
अमित शाह ने संसद टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी कड़े फैसले लेते हैं, इसके बावजूद जनता उनके साथ चट्टान जैसी खड़ी रहती है, हर विरोध के साथ वे और मजबूत होते हैं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संवैधानिक पद पर बैठने के 20 साल पूरा होने पर गृहमंत्री ने पीएम को लेकर कई बातें कही है। पीएम मोदी के सबसे विश्वासपात्र माने जाने वाले शाह ने संसद टीवी को मोदी पर केंद्रित एक इंटरव्यू दिया है। इस दौरान शाह ने कहा है कि विरोध से प्रधानमंत्री का हौसला और ज्यादा बढ़ जाता है और वे मजबूत होते हैं। इतना ही नहीं शाह ने यहां तक कहा है कि नरेंद्र मोदी के पीएम बनने से पहले दुनिया में भारत का सम्मान नहीं था।
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी का तपस्वी जीवन हम सब के लिए एक प्रेरणापुंज है। करीब तीन दशक से उनके साथ निरंतर काम करना सौभाग्य और गर्व की बात है। शाह ने कहा, 'पीएम मोदी जोखिम लेकर सही फैसले करते हैं। उनका लक्ष्य देश में परिवर्तन लाना है। पहले तीन तलाक पर कानून, वन रैंक-वन पेंशन लागू करने की कोई हिम्मत नहीं करता था। सर्जिकल व एयर स्ट्राइक पर सब चुप थे। धारा 370 को हटाने की कोई हिम्मत नहीं करता था। ऐसे फैसले मजबूत इच्छा शक्ति वाला प्रधानमंत्री ही कर सकता है।'
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के जनसेवा में 20 वर्ष पूर्ण करने पर @sansad_tv के साथ मेरा साक्षात्कार। #20yearsofSevaSamarpan https://t.co/5xFV7p8Hug
— Amit Shah (@AmitShah) October 10, 2021
पहले दुनिया में भारत का सम्मान नहीं था: अमित शाह
प्रधानमंत्री मोदी के तारीफ में अमित शाह यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि मोदी के आने के पहले दुनिया में भारत का सम्मान नहीं था। शाह ने कहा, 'यूपीए की सरकार में देश हर क्षेत्र में नीचे की ओर जा रहा था। दुनिया में देश का कोई सम्मान नहीं था। नीतिगत फैसले सरकार की आंतरिक कलह में उलझते रहते थे। एक मंत्री तो 5 साल तक कैबिनेट में नहीं आए। ऐसे माहौल में मोदी जी ने भारत के प्रधानमंत्री का पद संभाला और आज सारी व्यवस्थाएं अपनी जगह पर सही हो रही हैं।'