केरलः नहाते समय नाक के रास्ते घुसा अमीबा वायरस, खा गया दिमाग, 15 वर्षीय छात्र की मौत

अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस इंफेक्शन दूषित पानी में पाया जाने वाला वायरस है। जो नाक के जरिए शरीर में घुसता है। इसके बाद धीरे-धीरे ये दिमाग में पहुंचना शुरू कर देता है और ये दिमाग के टिश्यू को खत्म करने लगता है। जिससे व्यक्ति की मौत हो जाती है। 

Updated: Jul 10, 2023, 07:28 PM IST

सांकेतिक- तस्वीर
सांकेतिक- तस्वीर

तिरुवनन्तपुरम। केरल के आलप्पुझा जिले में दिमाग खाने वाले अमीबा के संक्रमण से एक लड़के की मौत का मामला सामने आया है। वह नदी पर नहाने गया था, इसके बाद वह संक्रमण का शिकार हो गया, घटना से पूरे इलाके में हड़कंप है। 

जानकारी के मुताबिक, जिस 15 वर्षीय बच्चे की मौत हुई है उसका नाम गुरुदत्त है। वह 10वीं कक्षा का छात्र था, वह नदी पर नहाने गया था। उसके बाद से ही वह बीमार होने लगा, धीरे धीरे उसमें संक्रमण के लक्षण दिखने शुरू हो गए इस संक्रमण के चलते गुरुदत्त को बुखार और दौरे पड़ने लगे थे, परिजनों ने जब डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस इंफेक्शन हो गया है। वह पनावली में एक झरने में नहाने के बाद वह नेगलेरिया फाउलेरी ‘अमीबा’ की चपेट में आ गया था।

परिजनों के मुताबिक गुरुदत्त 1 जुलाई से अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एडमिट था। बता दें कि अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस इंफेक्शन दूषित पानी में पाया जाने वाला वायरस था। नाक के जरिए शरीर में घुसता है। इसके बाद धीरे-धीरे ये दिमाग में पहुंचना शुरू कर देता है और ये दिमाग के टिश्यू को खत्म करने लगता है। जिससे प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस की बीमारी पैदा होती है। 

स्वास्थ्य मंत्री ने जारी की चेतावनी

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने लोगों को दूषित पानी में नहाने से बचने की सलाह दी है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री लड़के की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि आलप्पुझा जिले के पास के पनावल्ली में रहने वाला 15 साल का लड़का प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस नामक बीमारी से संक्रमित था उन्होंने आगे कहा कि राज्य में पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं सबसे पहले ऐसा मामला साल 2016 में आलप्पुझा के तिरुमाला वार्ड में सामने आया था। फिर साल 2019 और 2020 में मलप्पुरम में दो-दो मामलों की पुष्टि हुई और वर्ष 2020 और 22 में कोझिकोड और त्रिशूर में भी एक-एक मामला मिला।