दिल्ली कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनाए गए अरविंदर सिंह लवली, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा दांव
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने दिल्ली में बड़ा फेरबदल किया है। पार्टी ने अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने दिल्ली में बड़ा फेरबदल किया है। पार्टी ने राजधानी में नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। अरविंदर सिंह लवली अब दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष होंगे। अबतक अनिल चौधरी के पास ये जिम्मेदारी थी।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी कर बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तत्काल प्रभाव से अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी, निवर्तमान अध्यक्ष अनिल चौधरी के प्रयासों और योगदान की सराहना करती है।
Hon'ble Congress President has appointed Shri Arvinder Singh Lovely as the President of the Delhi Pradesh Congress Committee, with immediate effect. pic.twitter.com/1QEaFmybpW
— INC Sandesh (@INCSandesh) August 31, 2023
अरविंदर सिंह लवली दिल्ली की भूतपूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। शीला दीक्षित की सरकार में उन्हें शिक्षा और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी मिली थी। साल 2017 में दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले वो बीजेपी में चले गए थे लेकिन बीते लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में घर वापसी कर ली।
लवली को कमान देकर कांग्रेस ने दिल्ली के सिख वोटरों को साधने की कोशिश की है। खास बात ये है कि लवली आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन के पक्ष में माने जाते हैं। अरविंदर सिंह लवली दिल्ली पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वह चार बार विधायक भी रहे। लवली ने दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली सरकारों में शहरी विकास और राजस्व मंत्रालय, शिक्षा और परिवहन जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले थे।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से क्रिकेटर गौतम गंभीर (भाजपा) और आतिशी (आप) के खिलाफ लवली ने चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में गौतम गंभीर ने जीत दर्ज की थी। लवली कॉलेज के दौरान वह छात्र राजनीति में सक्रिय थे। बाद में, 1990 में, उन्हें दिल्ली युवा कांग्रेस के महासचिव के रूप में चुना गया। साल 2017 में, उन्होंने कुछ समय के लिए पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया और अप्रैल 2017 में भाजपा में शामिल हो गए। लेकिन कुछ महीनों के बाद, वह यह कहते हुए कांग्रेस में लौट आए कि वह भाजपा में वैचारिक रूप से अनुपयुक्त हैं।