बिहार में होली पर जहरीली शराब पीने से अबतक 32 की मौत, कई लोगों की आंख की रोशनी चली गई

पिछले दो दिनों में भागलपुर में 17, बांका में 12 तो मधेपुरा में 3 लोगों की संदिग्ध मौत, कई अस्पताल में भर्ती, कई लोगों की आंख की रोशनी चली गई

Updated: Mar 21, 2022, 07:18 AM IST

पटना। देशभर में होली पर एक तरफ लोग जश्न में सराबोर थे वहीं दूसरी तरफ बिहार में जहरीली शराब लोगों की जिंदगी छीन रही थी। होली के दौरान पिछले दो दिन में बिहार में 32 लोगों की संदिग्ध मौतें हुई है।मृतकों के परिजनों के मुताबिक सभी की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जहरीली शराब पीने से भागलपुर में 17 लोगों ने जान गंवाई। बांका में 12 ने दम तोड़ा। वहीं, मधेपुरा में भी 3 की मौत हुई है। कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। शराबबंदी वाले राज्य बिहार में शराब पीने से आए दिन जहरीली शराब के चलते भारी संख्या में हो रही मौतें शासन-प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

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भागलपुर के साहेबगंज मोहल्ले में 4, नारायणपुर में 4, गाोराडीह में 3, कजरैली में 3, मारूफचक, शाहकुंड और नवगछिया के साहू परबत्ता के बोड़वा गांव में 1-1 मौत हुई है। मृतक बिनोद राय के बेटे चंदन राय का कहना है कि शराब पीने से उसके पिता की मौत हुई है। अस्पताल में भर्ती भागलपुर के अभिषेक को शराब पीने के बाद से कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। उसने गांव के ही मिथुन यादव के साथ बैठ कर विदेशी शराब पी थी। इसके बाद मिथुन की तबीयत मौत हो गई, अभिषेक की आंखों की रोशनी चली गई है।

साहेबगंज के मृतक रिटायर आर्मी के जवान संदीप कुमार यादव के परिजनों ने कहा कि शराब पीने के बाद उन्हें सांस लेने में परेशानी के कारण मौत हो गई।बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र के 6 गांवों में 12 लोगों की मौत हो गई। साथ ही मधेपुरा में मुरलीगंज प्रखंड में 2 दिन में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब एक दर्जन लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें से 2 लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। सभी को शराब पीने के बाद पेट दर्द, उल्टी, सांस लेने में परेशानी, सिर चकराने की शिकायत थी।

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड में 2 दिन में 3 लोगों की संदिग्ध मौत हो गई। एक दर्जन का इलाज चल रहा है। इनमें दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। इन सभी मामलों में मौत के कारण को लेकर पुलिस-प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है। जांच की बात की जा रही है। लेकिन परिवार के लोगों का साफ कहना है कि उनके अपनों की मौत जहरीली शराब पीने से ही हुई है। बांका एसपी अरविंद कुमार गुप्ता और उत्पाद अधीक्षक अरुण मिश्रा ने साफ कहा है कि उन्हें शराब से मौत की सूचना नहीं है।

होली के मौके पर बिहार के विभिन्न जिलों में एक साथ हुई इतनी बड़ी संख्या में मौत को लेकर बिहार का सियासी तापमान भी लगने लगा है। विपक्षी पार्टियों राजद और कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जहरीली शराब से 37 लोगों की मौत का दावा किया है। राजद एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने सरकार और शराब बंदी कानून में विफलता का आरोप लगाते हुए सर्व दलीय बैठक बुलाने की मांग की है। उधर कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि नीतीश सरकार शराब बंदी कानून को लेकर हठधर्मिता पर उतारू है।