वीके सिंह के बयान पर चीन की चाल, कहा, भारत ने मानी नियंत्रण रेखा के उल्लंघन की बात

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह हाल ही में कह चुके हैं कि अगर चीनी सेना दस बार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करती है, तो भारत 50 बार उल्लंघन करके जवाब देता है

Updated: Feb 09, 2021, 08:51 AM IST

Photo Courtesy: See Latest.com
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नई दिल्ली। मोदी सरकार के मंत्री और पूर्व थल सेना प्रमुख वीके सिंह के हाल में दिए एक बयान पर चीन ने नया दांव चल दिया है। परिवहन राज्य मंत्री वीके सिंह ने रविवार को कहा था कि अगर चीन दस बार घुसपैठ करता है तो भारत भी जवाब में 50 बार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता है। चीनी विदेश मंत्रालय ने जनरल वीके सिंह के इस बयान की अपने पक्ष में व्याख्या करते हुए दावा किया है कि भारत ने जाने-अनजाने नियंत्रण रेखा के उल्लंघन की बात कबूल कर ली है। 

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीके सिंह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने जाने-अनजाने यह बात कबूल कर ली है कि उसके सैनिक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते रहते हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने तंज़ कसते हुए कहा कि भारत और चीन के बीच विवाद की असली वजह यही है। प्रवक्ता ने कहा कि मैं भारत से अनुरोध करूंगा कि सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए वो नियंत्रण रेखा का उल्लंघन न करे। 

दरअसल बीते रविवार को वीके सिंह ने मदुरई में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि सीमा पर भारत की सेना चीन के मुकाबले ज़्यादा आक्रामक है। वीके सिंह ने कहा कि आप लोगों को सिर्फ चीनी आक्रमण की सूचना मिलती है, क्योंकि भारत के आक्रमण की खबर चीनी मीडिया नहीं छापता और हम इसे सार्वजनिक नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि अगर चीन ने दस बार घुसपैठ की होगी तो भारत ने ऐसा 50 मर्तबा किया है। 

पिछले साल जून महीने में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुए टकराव के दौरान गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार से लगातार चीनी घुसपैठ के मामले में सच्चाई बताने की मांग करता रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई बार आरोप लगा चुके हैं कि चीन ने घुसपैठ करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है, लेकिन सरकार इस सच को छिपाने की कोशिश करती है। 

पिछले साल 19 जून को प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि भारत में कोई घुसपैठ नहीं हुई है और न ही किसी ने भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा कर रखा है। कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री के उस बयान पर हैरानी जताते हुए पूछा था कि अगर चीन की तरफ से कोई घुसपैठ नहीं हुई, तो भारतीय जवान शहीद कैसे हुए? उस वक्त चीन ने भारतीय प्रधानमंत्री के बयान का इस्तेमाल भी उसी तरह करने का प्रयास किया था, जैसे वो आज केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के बयान का कर रहा है।