Rajasthan Politics: राजस्थान में सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर के खिलाफ एफआईआर

Sachin Pilot: राजस्थान का सियासी संकट थमने के बाद अब सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर पर आईटी एक्ट के तहत पुलिस ने दर्ज किया केस, सूबे की सियासत में बड़ी हलचल की आहट

Updated: Oct 08, 2020, 02:39 AM IST

Photo Courtsey: Times of India
Photo Courtsey: Times of India

जयपुर। राजस्थान का सत्ता संग्राम खत्म होने के बाद अब एक बार फिर से सूबे की राजनीति में हलचल के आसार हैं। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने एक बार फिर से पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बार राजस्थान सरकार के निशाने पर पायलट के समर्थक विधायक नहीं बल्कि उनके निजी मीडिया मैनेजर हैं। दरअसल, राजस्थान पुलिस ने पायलट के मीडिया मैनेजर के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है। यह मामला दो महीने पहले उस वक्त का है, जब सीएम गहलोत और पायलट के बीच तकरार चल रही थी।

बता दें कि पायलट और गहलोत के बीच उपजा विवाद मीडिया की सुर्खियों में तब आया था, जब पायलट खेमे की ओर से जैसलमेर के होटल में ठहरे पायलट समर्थक विधायकों के फोन टैप करने के आरोप लगाए गए थे। फोन टैपिंग के आरोप में जयपुर पुलिस ने अब पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह पर मामला दर्ज किया है। यह घटना बीते सात अगस्त की बताई जा रही है। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने पूरे दो महीने के बाद 6 अक्टूबर को मामला दर्ज किया है। जयपुर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद अब एक बार फिर से गहलोत और पायलट के बीच विवाद की खबरें सुर्खियों में हैं। 

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पायलट के अनुमति के बिना घर में घुसी पुलिस

हैरान करने वाली बात यह है कि जयपुर पुलिस की साइबर थाने की टीम पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट की अनुमति के बिना उनके घर में घुस गई और उनके मीडिया मैनेजर का बयान लिया। इस बयान के बाद ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दावा किया जा रहा है कि साइबर टीम को ऊपर से दबाव था क्योंकि पूर्व उपमुख्यमंत्री के घर बिना अनुमति के साइबर थाने के एसएचओ का जाना और बयान लेना आम बात नहीं है।

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रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में लिखा गया है कि 6 अगस्त को कंट्रोल रूम का ड्यूटी ऑफिसर जब अपना काम कर रहा था तब राजस्थान सरकार के खिलाफ यह आरोप लगाया गया था, जिसे सुनकर वह बेचैन हो गया। इसके बाद उसी ने साइबर थाने में जाकर मुकदमा दर्ज कराया और जांच में साइबर थाने ने पायलट के मीडिया मैनेजर को आरोपी माना है।

इससे पहले, जब पायलट ने बगावत  का झंडा बुलंद किया था, तब भी राजस्थान की स्पेशल ऑपेरशन ग्रुप ने सचिन पायलट को राजद्रोह के मुकदमे के तहत नोटिस दिया था। इसलिए इसे दोनों नेताओं के आपसी मतभेदों को फिर से उभरने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।