भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 शुरू कर सकती है कांग्रेस, CWC की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने रखा प्रस्ताव

पिछले कई महीनों से पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एक स्वर में लगातार एक माँग मेरे सामने रखते है कि राहुल गांधी जी से पूर्व से पश्चिम – East to West, भारत जोड़ो यात्रा करने का आग्रह करे। मैं कार्यसमिति में राहुल जी के समक्ष यह बात रखता हूँ और निर्णय आप सभी पर छोड़ता हूँ: खड़गे

Updated: Dec 21, 2023, 05:10 PM IST

नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस अब अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। कांग्रेस ने आज अपने शीर्ष नीति निर्धारक इकाई यानी सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कार्यसमिति के तमाम सदस्य मौजूद हैं।

खास बात ये है कि इस बैठक में पार्टी भारत जोड़ो यात्रा पार्ट-2 को लेकर राय मशविरा कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका प्रस्ताव दिया है। खड़गे ने अपने शुरुआती वक्तव्य के दौरान कहा कि मैं एक महत्वपूर्ण बात कार्यसमिति के समक्ष रखना चाहता हूँ। पिछले कई महीनों से पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एक स्वर में लगातार एक माँग मेरे सामने रखते है कि राहुल गांधी जी से पूर्व से पश्चिम – East to West, भारत जोड़ो यात्रा करने का आग्रह करें। मैं कार्यसमिति में राहुल जी के समक्ष यह बात रखता हूँ और निर्णय आप सभी पर छोड़ता हूँ।

खड़गे ने कार्यसमिति को संबोधित करते हुए कहा कि 
18वीं लोक सभा के चुनाव हमारे सामने खड़े हैं। इसी संबंध में 19 दिसंबर 2023 को INDIA गठबंधन की चौथी बैठक दिल्ली में हुई। हम कई दिशाओं में आगे बढ़े हैं। हमें समान विचारों वाले साथियों के साथ समन्वय बनाते हुए ज़्यादा से ज़्यादा सीटों पर जीत हासिल करनी है। हमने पाँच सदस्य वाली एक National Alliance Committee गठित की है, जो अन्य दलों के साथ गठबंधन की रूप-रेखा तय करेगी। लोक सभा की तैयारियों के मद्देनज़र लगभग 24 राज्यों के साथ समीक्षा बैठक हो चुकी है। हम लोक सभा सीटों पर जल्द ही coordinators भी नियुक्त करेंगे।

खड़गे ने आगे कहा, 'कांग्रेस के 138वें स्थापना दिवस पर 28 दिसंबर को नागपुर में हम विशाल रैली करने जा रहे हैं। वहां से एक नया संदेश जाएगा, रैली ऐतिहासिक होगी, मैं ऐसी कामना करता हूं। इसी के साथ पार्टी ने अपनी लड़ाई को और मज़बूत करने के लिए एक बार फिर से जनता से उनका योगदान लेने के लिए उनके दरवाजे पर दस्तक दी है और “Donate for Desh” Crowd funding के programme की शुरुआत की है। आप सबसे अनुरोध हैं कि आप इस मुहिम के बारे में संगठन और लोगों को अवगत कराएँ।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र की हमारी मिसाल संकट में है। पूरा देश देख रहा है कि BJP बिना चर्चा-बहस के अहम विधेयकों को मनमाने ढंग से पास कराने के लिए लोकतंत्र का गला घोंट रही है। संसद को सत्ता पक्ष के प्लेटफार्म के रूप में बदलने का षड्यंत्र चल रहा है। मौजूदा संसद सत्र में अब तक दोनों HOUSE में हमारे INDIA गठबंधन के 143 सांसदों का जिस तरह निलंबन किया गया है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है। मोदी सरकार विपक्ष की गैर मौजूदगी में तमाम अहम विधेयकों को पारित करा कर संसद की मर्यादा के खिलाफ काम कर रही है।'

उन्होंने मौजूदा हालातों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, 'चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को अपने कब्जे में करने की कोशिश के साथ सरकार ने संविधान, संसद और लोकतंत्र को भी खतरे में डाल दिया है। संसद सत्र में विपक्ष ने पूरा सहयोग दिया। पर 13 दिसंबर 2023 को संसद में हुई घटना के बाद विपक्षी सांसद गृह मंत्री का बयान देने और इस मुद्दे पर दोनों सदनों में व्यापक चर्चा की मांग कर रहे थे, जिसे सरकार ने प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जिन पर विपक्षी सांसदों को संरक्षण देने का जिम्मा है, वैसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोग खुद दलगत राजनीति का हिस्सा बन जाति, क्षेत्र और व्यवसाय को ढाल बना कर राजनीति कर रहे हैं।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, 'हमारा 138 सालों का त्याग बलिदान औऱ संयम का इतिहास रहा है। देशभक्ति हमारे खून और DNA में है। अंग्रेजों के राज में भी हमारे पुरखों ने डरना और झुकना नहीं सीखा।सरकारी पक्ष महान नायकों को बदनाम करने से लेकर इतिहास को तोड़-मरोड़ कर अपने स्वार्थों के लिए पिछले 10 सालों से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। हमें संयत और मर्यादित भाषा में सत्य के सहारे उनका जवाब देना होगा। वहीं काम हम सदन में भी कर रहे है। हमारी विचारधारा इस बात की इजाजत नहीं देती कि हम उनकी तरह झूठ बोलें, वही काम करें जो आज ये सरकार कर रही है। दोस्तों, अहंकार, पाप और झूठ की उम्र बहुत कम होती है लेकिन सत्य अजर अमर होता है। हमारे नायकों ने जो रास्ता हमें सिखाया है, उसी सच्चाई की राह पर चलते हुए, बहुत धैर्य और संयम के साथ अलोकतांत्रिक शक्तियों को परास्त करना है।'