Motilal Vora Passes Away: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा नहीं रहे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का 93 साल की उम्र में निधन, कल ही उनका जन्मदिन मनाया गया था

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा नहीं रहे। अब से कुछ देर पहले दिल्ली के फोर्टिंस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। 93 साल के मोतीलाल वोरा का कल ही जन्मदिन था। कुछ समय पहले वे कोरोना संक्रमित हो गए थे। लेकिन एम्स में इलाज के बाद उनकी सेहत संभल गई थी। देश के सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में शामिल वोरा लंबे अरसे तक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रहे। वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई अहम मंत्रालयों के मंत्री भी रहे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मोतीलाल वोरा के निधन पर शोक जाहिर किया है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपने शोक संदेश में लिखा है, "वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और शानदार इंसान थे। हमें उनकी कमी बेहद अखरेगी। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं।"
Vora ji was a true congressman and a wonderful human being. We will miss him very much.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2020
My love & condolences to his family and friends. pic.twitter.com/MvBBGGJV27
मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को राजस्थान के नागौर में पड़ने वाले निंबी जोधा में हुआ था। लेकिन बाद में उनके परिवार वाले मध्य प्रदेश आ गए। उनकी पढ़ाई रायपुर और कोलकाता में हुई। अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने पत्रकारिता भी की थी। लोग बताते हैं कि उस दौर में वे साइकिल से चलते थे और कई अखबारों को खबरें भेजते थे। फिर पत्रकार रहते हुए ही राजनीति में एक्टिव हो गए। प्रजा समाजवादी पार्टी का झंडा उठाया। 1968 में दुर्ग से पार्षदी का चुनाव लड़ गए। जीते। फिर किस्मत ने पलटी मारी 1972 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के वक्त। एमपी के धुरंधर और पूर्व मुख्यमंत्री द्वारकाप्रसाद मिश्र दुर्ग में नया प्रत्याशी ढूंढ रहे थे। किसी ने कहा, प्रजा समाजवादी पार्टी के एक सभासद हैं। वह चुनाव निकाल सकते हैं। डीपी ने संदेश भिजवाया। वोरा ने उनका प्रस्ताव स्वीकार किया और कांग्रेस में आ गए। इसके बाद चुनाव जीतकर विधायक बने।