Congress: राजस्थान मामले पर प्रदर्शन और गिरफ्तारियाँ

राजस्थान राजनीतिक संकट में राज्यपाल की भूमिका को लेकर कांग्रेस ने हर राज्य में किया प्रदर्शन, दिल्ली, गुजरात और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी

Updated: Jul 28, 2020, 04:20 AM IST

नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच कांग्रेस पार्टी पूरे देश में राजभवनों के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है। यह विरोध प्रदर्शन उस सिलिसिले में किया जा रहा है, जिसमें पार्टी ने राजस्थान के राज्यपाल पर केंद्र सरकार की कठपुतली होने और बार-बार आग्रह किए जाने पर भी जानबूझकर विधानसभा का सत्र ना बुलाने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी विधानसभा सत्र बुलाकर अपना बहुमत सिद्ध करना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ स्पीकर ने सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस दिया हुआ है, जिसके ऊपर किसी भी प्रकार की कार्यवाही पर राजस्थान हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है।

इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल पर फिर से हमला बोला है। राज्यपाल ने मंत्रिमंडल के विधानसभा सत्र बुलाने के दूसरे आग्रह को पत्र लिखकर फिर से नकार दिया है। इसपर गहलोत ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें छह पन्ने का प्रेम पत्र लिखा है, जिसका वे आज जवाब देंगे। गहलोत ने यह भी बताया कि उन्होंने राज्यपाल के व्यवहार को लेकर प्रधानमंत्री से फोन पर बात की है।

इस बीच लखनऊ में राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कांग्रेस के कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।

पार्टी के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि राजस्थान में भाजपा द्वारा ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’ किए के खिलाफ राजभवन पर धरना देने पहुंचे लल्लू और राज्यसभा सांसद पी एल पुनिया समेत करीब 150 कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि जैसे ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू, राज्यसभा सदस्य पुनिया और उनके साथियों ने राजभवन के मुख्य द्वार के सामने पहुंच कर धरना प्रदर्शन शुरू किया, पुलिस ने उन्हें फौरन वहां से हटाकर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए सभी लोगों को इको गार्डन ले जाया गया है। लल्लू ने बताया कि जब देश महामारी के संकट से जूझ रहा है, ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा उससे निपटने के प्रभावी उपाय करने के बजाए चुनी हुई सरकारों को गिराने में जुटी है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने गोवा में राजभवन का दुरुपयोग कर सबसे ज्यादा सीटें होने के बावजूद कांग्रेस की सरकार नहीं बनने दी। इसके अलावा उसने कर्नाटक, बिहार, और मध्य प्रदेश की सरकारों को गिरा कर सत्ता पर कब्जा कर लिया और पंजाब तथा महाराष्ट्र में भी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। वही हरकत अब राजस्थान में भी की जा रही है। इन सभी मामलों में संबंधित राज्यों के राजभवनों की भूमिका पर सवाल खड़े हुए हैं।’’

 

ऐसे ही गुजरात के गांधीनगर में राजभवन की तरफ मार्च कर रहे कांग्रेस के 60 कार्यकर्ताओं पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए लोगों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनानी भी शामिल हैं। हिरासत में लिए जाने से पहले, कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने हाथ में “लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ” संदेश लिख पोस्टरों के साथ गुजरात की राजधानी में स्थित राजभवन की तरफ मार्च किया और भाजपा के खिलाफ नारे लगाए। गांधीनगर पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने कहा, “हमने कांग्रेस के करीब 60 कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को हिरासत में लिया क्योंकि उनके पास प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं थी।”

मार्च से पहले, प्रदेश कांग्रेसअध्यक्ष अमित चावड़ा ने संवाददाताओं से बातचीत में, भाजपा शीर्ष नेतृत्व पर ‘‘सत्ता की उसकी भूख के लिये लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकारों को गिराकर जनादेश का अपमान करने तथा लोकतंत्र की हत्या करने का” आरोप लगाया।

वहीं दिल्ली में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उस समय हिरासत में ले लिया गया जब उन्होंने उप राज्यपाल के दफ्तर की तरफ बढ़ने की कोशिश की। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम उप राज्यपाल महोदय को बताना चाह रहे थे कि भाजपा और केंद्र की उसकी सरकार किस तरह से राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं। परंतु, दिल्ली पुलिस ने हमें उप राज्यपाल के कार्यालय की तरफ बढ़ने से पहले ही रोक दिया है।’’