Himachal Politics: मंत्री विक्रमादित्य ने दिया इस्तीफा, BJP के 15 MLA निष्कासित

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य ने नाम लिए बिना सीएम सुखविंदर सुक्खू पर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

Updated: Feb 28, 2024, 01:43 PM IST

शिमला। हिमाचल प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। मंत्री और विधायकों की नाराजगी के बीच हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने पद से इस्तीफा देने की भी खबर आई थी। हालांकि, सुक्खू ने इसका खंडन किया है। कांग्रेस हाईकमान ने विधायकों से बातचीत के लिए ऑब्जर्वर्स भेजे हैं।

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य ने नाम लिए बगैर सीएम सुखविंदर सुक्खू पर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विक्रमादित्य सिंह ने कहा, 'जो वास्तविक परिस्थितियां हैं उसके बारे में मैंने पार्टी हाईकमान को अवगत कराया है। अब गेंद उनके पाले में है, अब उन्हें फैसला लेना है कि उनका कदम क्या होगा। आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करके किया जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि जो भी फैसला लिया जाएगा वह संगठन, पार्टी और इस राज्य के लोगों के व्यापक हित में लिया जाएगा।'

दरअसल, पहाड़ी राज्‍य में इस समय भारी राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है। कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों के भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के बाद ये पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ। भाजपा का कहना है कि सरकार बहुमत खो चुकी है। भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।

उधर, कांग्रेस ने अंसतुष्ट विधायकों को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सक्रिय कर दिया है। हालांकि, कांग्रेस का संकट कम होता नजर नहीं आ रहा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को डैमेज कंट्रोल के लिए अधिकृत किया है। वहीं, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी विधायकों से बातचीत कर रही हैं।