त्वांग झड़प पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक, 12 बजे लोकसभा में देंगे बयान

चीनी घुसपैठ मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी छवि बचाने के लिए देश को खतरे में डाल रहे हैं।

Updated: Dec 13, 2022, 05:28 AM IST

नई दिल्ली। LAC पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प की घटना को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, तीनों सेना प्रमुख, विदेश सचिव एवं रक्षा सचिव भी शामिल हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज संसद को संबोधित कर सकते हैं। वे 12 बजे लोकसभा और 2 बजे राज्यसभा में बयान देंगे।

चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में आज हंगामा होने के आसार हैं। कांग्रेस के कई सदस्य लोकसभा और राज्यसभा में इस विषय पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लाने वाले हैं। ऐसे में केंद्र सरकार सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर सफाई दे सकती है। इसके पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और देश पूरी तरह एकजुट है।

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बता दें भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई थी। जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए। भारतीय सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी थी। इसके बाद से देश में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश को भरोसे में लेने की जरूरत है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि, ‘एक बार फिर हमारे सैनिकों को चीन ने उकसाया है। हमारे सैनिकों ने बहादुरी से मुकाबला किया और कुछ जवान घायल भी हुए। हम राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राष्ट्र के रूप में एक हैं और इसका राजनीतिकरण नहीं करेंगे। लेकिन मोदी सरकार को LAC पर चीन की आक्रामकता और अप्रैल 2020 से हो रहे निर्माण कार्य को लेकर ईमानदार होना चाहिए। सरकार को इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराके देश को भरोसे में लेना चाहिए। हम अपने जवानों की वीरता और बलिदान के ऋणी हैं।'