12 दिन से धरने पर बैठे किसानों की अपील, 8 दिसंबर के भारत बंद में सभी हों शामिल
Farmers Protest: केंद्र सरकार के साथ किसानों की अगली बैठक 9 दिसंबर को, 8 दिसंबर को है भारत बंद का एलान

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 12 वां दिन है। किसान दिल्ली बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। इस बीच धरना दे रहे किसानों ने अपील की है कि 8 दिसंबर को घोषित भारत बंद में सभी लोग शामिल होकर इस संघर्ष में उनका साथ दें। सिंघु बॉर्डर पर डटे किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा, "मैं सभी से 8 दिसंबर को भारत बंद में शामिल होने की अपील करता हूं। किसान आंदोलन को मज़बूत करने की ज़रूरत है।"
शनिवार को सरकार के साथ हुई बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद किसान आर पार की तैयारी में हैं। किसानों के साथ केंद्र सरकार की अगली बैठक 9 दिसंबर को होगी। लेकिन इससे पहले किसान संगठनों ने 8 दिसम्बर को भारत बंद का आह्वान भी किया है। इसी के साथ किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे पूरे एक साल तक धरना देने की तैयारी करके अपने घरों से निकले हैं।
सरकार की तरफ से किसानों की मांगों पर विचार के लिए बार-बार और समय मांगे जाने पर टिप्पणी करते हुए भारतीय किसान यूनियन के जनरल सेक्रेटरी जगमोहन सिंह ने कहा, "उन्होंने बातचीत के लिए समय मांगा है, पर पता नहीं किससे बात करेंगे, ऑफिसर्स से, कॉर्पोरेट घरानों से या नागपुर RSS से। इतने सालों से मोदी के मन की बात सुन रहे हैं, अब उन्हें किसानों के मन की बात सुननी चाहिए।"
नोएडा से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे किसान
भारतीय किसान संघ लोक शक्ति ने नोएडा में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल से दिल्ली की ओर कूच किया। किसान कालिंदी कुंज के रास्ते दिल्ली की ओर जा रहे हैं, जिसे देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करके बैरिकेडिंग लगा दी गई है। बता दें कि किसानों की यह यात्रा केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ निकाली जा रही है।
Noida: Members of Bhartiya Kisan Union Lok Shakti begin their march from Rashtriya Dalit Prerna Sthal to Delhi in support of farmers' protest against Centre's farm laws.
Security force deployed & barricading done at Kalindi Kunj border from where they're scheduled to enter Delhi pic.twitter.com/ZOxVqH3Ecb
— ANI UP (@ANINewsUP) December 6, 2020
किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने जगह-जगह रास्ते बंद किए हैं, जिनकी वजह से दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर सरकार दिल्ली के बॉर्डर बंद करके किसानों को राजधानी में जाने से न रोकती तो लोगों को इतनी परेशानी न होती। जानकारी के मुताबिक, रविवार को भी दिल्ली को नोएडा, गाजियाबाद और अन्य शहरों से जोड़ने वाले अधिकांश बॉर्डर बंद हैं। यात्रियों को दूसरे रास्तों से जाने के लिए कहा जा रहा है।
कांग्रेस ने किया किसानों का समर्थन
सिंधु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान दिन रात डटे हुए हैं। किसानों का प्रदर्शन गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर भी जारी है। इसके अलावा बुराडी ग्राउंड पर भी कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने किसानों की मांगों के समर्थन में 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस ने कहा है कि किसानों के हित में पार्टी इस बंद का पूरा समर्थन करेगी।
किसानों को डीयू के छात्रों का भी साथ मिला
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों का भी साथ मिल रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के छात्र सिंघु बॉर्डर पर किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े हैं। डीयू के छात्र राहुल जैन का कहना है कि दिन के दौरान हम उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए पोस्टर बनाते हैं और रात में उन्हें भोजन परोसते हैं। किसान केंद्र के कृषि कानूनों से खुश नहीं हैं और हम उनका समर्थन कर रहे हैं।
Delhi: Students from Delhi University (DU) gather at Singhu border in support of farmers who are protesting against farm laws.
"During the day we make posters to motivate ppl & later serve food. Farmers aren't happy with the bills& we support them,"says Rahul Jaina, a DU student pic.twitter.com/Jl93jFDA09
— ANI (@ANI) December 5, 2020
अखिलेश यादव किसान यात्रा में शामिल होंगे
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी किसानों का समर्थन करने का ऐलान कर दिया है। अखिलेश ने कहा कि वे सोमवार से यूपी में किसानों के समर्थन में सभाएं करेंगे। उनका कहना है कि सोमवार से हर जिले में किसानों के समर्थन मे किसान यात्रा निकाली जाएगी। अखिलेश यादव सोमवार को खुद कन्नौज की किसान मंडी जाएंगे और किसान यात्रा में शामिल होंगे।