अंतरराष्ट्रीय विमानों पर 30 जून तक बढ़ा प्रतिबंध, पाबंदियों के दायरे से बाहर रहेंगी कार्गो फ्लाइट्स

DGCA ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि अंतरराष्ट्रीय विमानों पर रोक 30 जून तक बढ़ा दिया गया है, यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमानों पर लागू नहीं होगा

Updated: May 28, 2021, 02:06 PM IST

Photo Courtesy: TheQuint
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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को 30 जून तक बढ़ा दिया है। यह फैसला विमानन नियामक डीजीसीए ने आज एक सर्कुलर जारी कर सुनाया है। हालांकि डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के नए नोटिफिकेशन के अनुसार कोविड से संबंधित प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कार्गो संचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। पिछले महीने ही तमाम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध 31 मई तक के लिए बढ़ाया गया था। 

दरअसल कोविड-19 के भारत में पैर पसारते ही केंद्र सरकार ने पिछले साल 23 मार्च को अन्य प्रतिबंधों के साथ साथ सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, 25 मई 2020 से घरेलू उड़ानें तो वापस शुरू कर दी गई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध बरकरार रहा था। इस दौरान वंदे भारत अभियान के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स चालू थे।

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मई 2020 के बाद भी देश-विदेश में वायरस के बढ़ते करोना के प्रकोप को देखते हुए लगातार ये प्रतिबंध बढ़ते ही गए। करीब 14 महीने बाद 31 मई से अंततः यह प्रतिबंध हटने वाला था। लेकिन भारत में महामारी के दूसरे लहर के प्रकोप ने एक बार फिर इसपर रोक लगा दिया है। वंदे भारत मिशन के तहत अब भी विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने का कार्यक्रम जारी है। इसके अलावा एयर बबल के तहत भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चल रही हैं। इस व्यवस्था के तहत चयनित देशों के बीच द्विपक्षीय विमानों का संचालन हो रहा है। भारत ने अमेरिका, यूएई, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 27 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं।