योगा डे पर दिल्ली यूनिवर्सिटी नहीं जा सके शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, छात्रों का आक्रोश देख रद्द किया कार्यक्रम
धर्मेंद्र प्रधान के पहुंचने से पहले ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स काले झंडे लेकर प्रदर्शन करने लगे थे, ऐसे में प्रधान ने अपना योग करने का कार्यक्रम रद्द कर दिया।

नई दिल्ली। NEET UG और UGC NET पेपर लीक को लेकर देशभर में हंगामा जारी है। आक्रोशित छात्र तत्काल शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और NTA चेयरमैन प्रदीप जोशी का इस्तीफा मांग कर रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान दिल्ली विश्वविद्यालय जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया।
दरअसल, योग दिवस समारोह के मौक़े पर धर्मेंद्र प्रधान दिल्ली यूनिवर्सिटी जाने वाले थे। लेकिन वहां भारी संख्या में छात्रों ने काले झंडे लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों का आक्रोश देख धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यक्रम रद्द करने में ही अपनी भलाई समझी और वह यूनिवर्सिटी नहीं गए।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि धर्मेंद्र प्रधान और NTA ने छात्रों के भविष्य को ख़तरे में डाल दिया हैं। विरोध के डर से शिक्षा मंत्री कार्यक्रम में नहीं आए। NEET और अब UGC-NET में हुए घोटाले ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के भ्रष्टाचार को पूरी तरह से उजागर कर दिया है। छात्रों ने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बहाने और जुमले दिए हैं, वो पर्याप्त नहीं होंगे। शिक्षा मंत्री को ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हुए तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
बता दें कि 20 जून को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि UGC NET का प्रश्नपत्र लीक होना, NTA की संस्थागत विफलता है। सरकार इसकी कार्यप्रणाली की जांच करने और सुधार की सिफारिश करने के लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित करेगी। धर्मेंद्र प्रधान ने माना है कि 'ख़ास क्षेत्रों में कुछ गड़बड़ियां' हुई हैं। उनका रुख पिछले हफ़्ते से अलग दिखा। पिछले हफ़्ते उन्होंने कहा था कि पेपर लीक होने का कोई सबूत नहीं है, ना ही कोई भ्रष्टाचार हुआ है। अब उन्होंने युवाओं और छात्रों के बीच विश्वास खोने की नैतिक ज़िम्मेदारी ली है।