चुनाव आयोग ने बंगाल के डीजीपी को हटाया, चुनाव से जुड़ा कोई भी काम नहीं सौंपने का निर्देश

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को दिया आदेश, वीरेंद्र की जगह पी नीरजनयन को बनाएँ राज्य का नया डीजीपी, बुधवार सुबह 10 बजे तक आदेश के पालन की जानकारी देने को कहा

Updated: Mar 10, 2021, 03:55 AM IST

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) को रातोंरात बदल दिया है। इसके लिए चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को बीती रात आदेश जारी कर दिए। इस आदेश में कहा गया है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वीरेंद्र को फौरन डीजीपी के पद से हटाकर उनकी जगह पी नीरजनयन को यह जिम्मेदारी सौंप दी जाए। मंगलवार  रात जारी आदेश में यह भी कहा गया कि बुधवार की सुबह 10 बजे तक आदेश पर अमल की पुष्टि कर दी जाए। 

केंद्रीय चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव को यह निर्देश भी दिया है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वीरेंद्र को डीजीपी के पद से हटाए जाने के बाद उन्हें चुनाव से जुड़ा कोई भी दायित्व न सौंपा जाए। चुनाव आयोग के निर्देश पर मुख्य सचिव ने भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी पी नीरजनयन को डीजीपी नियुक्त कर दिया है। चुनाव आयोग के आदेश में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में डीजीपी बदलने का फैसला राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के बाद किया गया है। हालांकि इसमें यह कहीं नहीं बताया गया है कि वीरेंद्र पर ऐसे क्या आरोप हैं, जिनकी वजह से यह कार्रवाई की जा रही है या उन्हें किसी भी चुनावी दायित्व से दूर रखने का आदेश क्यों दिया गया है।  

पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। 27 मार्च को पहले चरण का मतदान होना है। जबकि एक अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा।1 अप्रैल को ही पश्चिम बंगाल की सबसे हाई प्रोफ़ाइल सीट माने जाने वाली नंदीग्राम में चुनाव होना है। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले शुभेंदु अधिकारी के बीच मुख्य मुकाबला होना है।