फडणवीस ने खुशी से नहीं स्वीकार किया डिप्टी सीएम का पद: सियासी उलटफेर पर बोले शरद पवार

शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र के नए सीएम की शपथ लेने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री पद से खुश नहीं हैं, उन्होंने मजबूरी में पद स्वीकार किया

Updated: Jul 01, 2022, 04:11 AM IST

मुंबई। NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करते हुए बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस खुश नहीं दिख रहे थे। दरअसल, उद्धव के इस्तीफा देने के बाद शिवसेना के बागी नेता शिंदे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने पहले कहा था कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन बाद में नड्डा के दखल के बाद उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

पवार ने पुणे में संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि फडणवीस ने खुशी से नंबर दो का स्थान स्वीकार नहीं किया है। उनके चेहरे के भाव ने सब कुछ बयां कर दिया। वह नागपुर से हैं और उन्होंने एक स्वयंसेवक (आरएसएस) के रूप में काम किया है और वहां, जब कोई आदेश आता है, तो उसका पालन करना पड़ता है। फडणवीस ने इस संस्कार'l के कारण एक कनिष्ठ पद स्वीकार किया होगा।'

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NCP चीफ ने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बगावत करने के बाद गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे गुट को उम्मीद नहीं थी कि उनके नेता उपमुख्यमंत्री से ज्यादा कुछ बनेंगे। पवार ने कहा, 'हालांकि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा आदेश दिए जाने के बाद, शिंदे को मुख्यमंत्री का पद दिया गया। किसी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मुझे लगता है कि शिंदे को खुद कोई जानकारी नहीं थी।'

उधर सरकार गिरते ही शरद पवार केंद्रीय एजेंसियों का शिकंजा डालना शुरू कर दिया है। पवार को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। हालांकि, उन्होंने इसे प्रेम पत्र करार दिया है। पवार ने कहा कि उन्हें इससे पहले साल 2004, 2009, 2014 और 2020 में अपने चुनावी हलफनामों के संबंध में आयकर विभाग से प्रेम पत्र प्राप्त हुए हैं।