पुलवामा में आतंकियों के पास कहां से आया 300 किलो RDX, पीएम मोदी से दिग्विजय सिंह के 5 सीधे सवाल

डिप्टी एसपी देवेंद्र सिंह जो आतंकियों के साथ पकड़ा गया वो आज कहां है, उसे क्यों छोड़ दिया गया, राष्ट्रद्रोह का प्रकरण उसके खिलाफ क्यों नहीं बना, भारत जोड़ो यात्रा के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने दागे सवाल

Updated: Jan 23, 2023, 03:26 PM IST

जम्मू कश्मीर। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले को चार साल होने वाले हैं। लेकिन अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि आखिर जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकियों के पास इतनी भारी मात्रा में विस्‍फोटक कैसे पहुंचा। 3 साल 11 महीने बीत जाने के बाद भी पुलवामा हमले से जुड़े कई गंभीर सवाल सुलझ नहीं पाए हैं। भारत जोड़ो यात्रा के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को लेकर पीएम मोदी को सीधे निशाने पर लिया है।

भारत जोड़ो यात्रा प्लानिंग कमेटी के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने जम्मू कश्मीर से वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री मोदी से पांच सवाल पूछे हैं। सिंह ने कहा, "पुलवामा में हमारे CRPF के 40 जवानों ने शहादत दी, लेकिन आजतक सरकार ये बता नहीं पाई की आखिर ये 3 क्विंटल आरडीएक्स आया कहां से? साथ ही आजतक ये जवाब नहीं दे पाई है कि डिप्टी एसपी देवेंद्र सिंह जो आतंकियों के साथ पकड़ा गया वो आज कहां है? उसे क्यों छोड़ दिया गया? उसके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का प्रकरण क्यों नहीं बना? हम पूछना चाहते हैं प्रधानमंत्री से उनके और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का क्या संबंध है? एक दूसरे की प्रशंसा हो रही है। आखिर इन सवालों का जवाब तो उन्हें देना चाहिए।"

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पुलवामा हमले से तत्कालीन डीएसपी देवेंद्र सिंह का कनेक्शन भी जुड़ा है। वह आतंकियों के साथ मिला हुआ था। हमले के बाद दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले के मीर बाजार इलाके से सुरक्षा बलों ने डीएसपी देविंदर सिंह को लश्कर-ए-ताइबा व हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के साथ गिरफ्तार किया था। 

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सुरक्षाबलों ने तीनों को जिस कार से गिरफ्तार किया गया था उसमें दो एके 47 राइफल बरामद की गईं थी। आतंकियों संग पकड़े जाने के बाद डीएसपी को निलंबित कर दिया गया। लेकिन बाद में उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई ये देश को नहीं बताया गया। इतना ही नहीं साल 2001 में संसद पर हुए हमले में भी डीएसपी देविंदर सिंह का नाम उछला था। अफजल गुरु ने जेल से अपने वकील को लिखे पत्र में डीएसपी देविंदर सिंह का नाम लिया था। 

पत्र से खुलासा हुआ था कि बडगाम में तैनात डीएसपी ने संसद के हमलावरों की मदद की थी। 9 फरवरी 2013 को अफजल को फांसी दिए जाने के बाद इस पत्र का खुलासा अफजल गुरु के घरवालों ने किया था। मगर सबूत के अभाव में डीएसपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद पुलवामा हमले में उसकी संलिप्तता सामने आई।

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पुलवामा हमले में भारी मात्रा में जिलेटिन के छड़ों का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन जिलेटिन की ये छड़ें खुलेआम नहीं बिक सकती हैं। ये छड़ें सरकार की ओर से सिर्फ अधिकृत कंपनियों या फिर सरकारी विभाग जैसे भू-विज्ञान विभाग को ही दी जाती हैं। जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा? कौन था इस षडयंत्र के पीछे? ये सवाल आज भी अनुत्तरित हैं।