गाजियाबाद प्रशासन ने यति नरसिंहानंद को भेजा अनुरोध भरा नोटिस, वैमनस्यता फैलाने पर होगी कार्रवाई

हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ और विवादित बयान मामले में जमानत पर छूटे यति ने पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नुपुर शर्मा का समर्थन किया है और 17 जून 2022 को जामा मस्जिद जाने की घोषणा की है

Updated: Jun 09, 2022, 04:26 AM IST

Courtesy: Lokmat
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गाजियाबाद। कहावत है कि ऊपर वाले की लाठी में आवाज नहीं होती लेकिन प्रशासन की लाठी में आवाज होनी चाहिए क्योंकि प्रशासन तो इकबाल से ही चलता है। सुदृढ़ कानून व्यवस्था से ही प्रशासन का इकबाल बना रहता है। लेकिन गाजियाबाद जिला प्रशासन का अनुरोधों से भरा एक नोटिस कुछ ओर ही बयां करता है।

हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ और विवादित बयान मामले में जमानत पर छूटे डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर और पंचम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को गाजियाबाद जिला प्रशासन ने कानूनी नोटिस भेजा है। इस कानूनी नोटिस में अनुरोध किया गया है कि वैमनस्यता फैलाने वाले वक्तव्य न दें और जामा मस्जिद जाने का प्रस्तावित कार्यक्रम निरस्त कर दें अन्यथा वैधानिक कार्यवाही होगी।

यति नरसिंहानंद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें विभिन्न समुदायों के बीच में वैमनस्यता और ईर्ष्या-द्वेष फैलने की आशंका जताई गयी है। दरअसल यति नरसिंहानंद गिरी पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नुपुर शर्मा के समर्थन में उतरे हैं।

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वायरल वीडियो में यति नरसिंहानंद कहते दिखाई दे रहे हैं कि "नूपुर शर्मा ने जो भी कहा वो गलत नहीं है। नूपुर ने वही कहा जो इस्लामिक किताबों में लिखा है। उसके खिलाफ हुई कार्रवाई गलत है। 17 जून शुक्रवार को मुझे जामा मस्जिद जाना है। जुमे की नमाज़ पूरी होने के बाद मैं वहां अकेला, निहत्था जाऊंगा। मैं अपने साथ केवल कुछ सीडी, किताबें और कंप्यूटर लेकर जाऊंगा, ताकि इस्लाम के बारे में सच्ची जानकारी मौलानाओं को दे सकूं। मैं दुनिया के सारे मौलानाओं के चरणों में एक विनम्र निवेदन करना चाहता हूं कि सभी उस दिन जामा मस्जिद पहुंचें ताकि सबसे एक ही बार में इस मामले पर बात की जाए। जो आपके धर्म की किताबों में लिखा हुआ है उसी के लिए आप हमें 'सिर तन से जुदा' करने के फतवे जारी कर मारने की धमकी देते हैं।"

"हम आपके नबी और आपकी कोई बेज्जती नहीं कर रहे, लेकिन फिर भी जो सच है वो बोलना पड़ता है। आप लोग हमारे देवी-देवताओं का इतना अपमान करते हो, झूठी बकवास करते हो और जब हम सच बोलते हैं तो आप ऐसा करते हो। इसपर 17 जून को जुमे की नमाज़ के बाद ही बात होगी।"

यति नरसिंहानंद के इस बयान के वायरल होने के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन ने उन्हें नोटिस भेज दिया।गाजियाबाद प्रशासन ने कानूनी नोटिस में अनुरोध करते हुए कहा है कि इस प्रकार के वक्तव्य जारी न करें, अन्यथा वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने यति से अनुरोध किया है कि 17 जून 2022 को जामा मस्जिद जाने का प्रस्तावित कार्यक्रम निरस्त कर दें। अब गाजियाबाद जिला प्रशासन द्वारा यति की सेवा में लिखे गए कानूनी नोटिस की अवहेलना पर प्रशासन क्या अनुरोधात्मक कार्यवाही करता है। 

इससे पहले हरिद्वार धर्मसंसद में विवादित बयान देने के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी और उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भी हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में भी यति ने भड़काऊ बयान दिया था और उनके ऊपर FIR दर्ज हुई थी। हरिद्वार मामले पर यति जमानत पर है। इसके बाद यति ने सार्वजनिक जीवन छोड़ने की घोषणा की थी।