कृषि कानूनों को फिर लागू करना चाहती है सरकार, खड़गे बोले- 750 किसानों की शहादत भूल नहीं पाएंगे
किसानों को गाड़ी के नीचे कुचलवाने वाली मोदी सरकार ने हमारे अन्नदाता के लिए कँटीले तार, ड्रोन से आँसू गैस, कीले और बंदूक़ें सबका इस्तेमाल किया, ये भारत के 62 करोड़ किसान कभी भूल नहीं पाएंगे: मल्लिकार्जुन खड़गे
नई दिल्ली। बीजेपी की बड़बोली सांसद कंगना रनौत के कृषि कानूनों पर दिए बयान से देश में फिर से राजनीति गरम हो चुकी है। कंगना ने कहा है कि कृषि कानूनों को फिर लाना चाहिए। इसपर कांग्रेस ने कड़े शब्दों में आपत्ति जताई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि हम 750 किसानों की शहादत भूल नहीं पाएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने ट्वीट किया, '750 किसानों की शहादत के बाद भी किसान विरोधी भाजपा और मोदी सरकार को अपने घोर अपराध का अहसास नहीं हुआ। तीन काले किसान-विरोधी क़ानूनों को फिर से लागू होने की बात की जा रही है। कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है। किसानों को गाड़ी के नीचे कुचलवाने वाली मोदी सरकार ने हमारे अन्नदाता के लिए कँटीले तार, ड्रोन से आँसू गैस, कीले और बंदूक़ें सबका इस्तेमाल किया, ये भारत के 62 करोड़ किसान कभी भूल नहीं पाएंगे।'
खड़गे ने आगे लिखा, 'इस बार हरियाणा समेत सभी चुनावी राज्यों से किसानों पर ख़ुद प्रधानमंत्री द्वारा संसद में किसानों को “आंदोलनजीवी” और “परजीवी” की अपमानजनक टिप्पणी का करारा जवाब मिलेगा। मोदी जी की बयानबाज़ी के चलते उनके मंत्रियों और सांसदों व दुष्प्रचार तंत्र को किसानों का अपमान करने की आदत हो गई है।'
खड़गे में कहा कि 10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं —
1. 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी
2. स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक़ Input Cost + 50% MSP लागू करना
3. MSP को क़ानूनी दर्जा
खड़गे ने कहा कि किसान आंदोलन वापस लेते समय मोदी जी ने सरकारी समिति की घोषणा की थी, वो आज भी ठंडे बस्ते में है। मोदी सरकार MSP की कानूनी गारंटी के ख़िलाफ़ है। शहीद किसानों के परिवारों कोई राहत नहीं दी गई, संसद में मोदी सरकार ने उनकी याद में दो मिनट का मौन रखना भी मुनासिब नहीं समझा और ऊपर से लगातार उनका चरित्र हनन जारी है। पूरा देश जान गया है कि भाजपा की रग-रग में किसान विरोधी नफ़रती मानसिकता बसी है।