Hathras Case: हाथरस डीएम ने पीड़िता के पिता के सीने पर मारी लात, भाई का आरोप, परिवार के नार्को टेस्ट का विरोध
Hathras Gangrape: दहशत में परिवार, प्रियंका ने किया नार्को टेस्ट का विरोध, यूपी सरकार को बताया नैतिक रूप से भ्रष्ट, नार्को टेस्ट धमकी जैसा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले गैंगरेप का शिकार हुई बिटिया के परिवार पर सरकारी अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। पुलिस की क्रूरता और बीजेपी सरकार के अमानवीय व्यवहार से पूरा दलित परिवार दहशत में है। पुलिस से किसी तरह बच कर मीडिया तक पहुंचे पीड़िता के भाई ने बताया कि हमारे परिवार को डराया धमकाया जा रहा है। उसकी भाभी मीडिया से मिलना चाहती है लेकिन उन्हें भी रोक दिया गया है। यहां कल डीएम ने उसके ताऊ की छाती पर लात भी मारी थी।
यूपी पुलिस ने पीड़िता के गांव को पूरी तरह सील कर दिया है। मीडिया तक पहुंचे पीड़िता के चचेरे भाई ने कहा है कि उनसे फोन ले लिया गया है। किसी को निकलने नहीं दे रहे हैं। घरवालों ने मुझसे कहा किमीडिया को बुला लाऊं, बात करना चाहते हैं। मैं यहां छिपकर आया हूं. आने नहीं दे रहे हैं। हमारे ताऊ भी आ रहे थे। भाई ने हाथरस के डीएम प्रवीण लक्षकार पर गंभीर आरोप लगाए गए है। भाई ने बताया कि डीएम ने ताऊ यानि पीड़ित के पिता की छाती पर लात मारी। वे बेहोश हो गए थे। फिर कमरे में बंद कर दिया गया था।
टीएमसी प्रतिनिधिमंडल के साथ धक्कामुक्की
देशभर में ग़ुस्से और फ़ज़ीहत के बाद भी बीजेपी सरकार किसी को हाथरस के गांव में जाने नहीं दे रही है। पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया फिर शुक्रवार को पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे टीएमसी नेताओं के साथ पुलिस ने धक्का मुक्की की। इस धक्का मुक्की में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन जमीन पर गिर गए।
नार्को टेस्ट का विरोध
हाथरस रेप मामले में चौतरफा आलोचना व फजीहत झेल रहे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आखिरकार अब बैकफुट पर है। मामले में एसआईटी द्वारा दी गई प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर सीएम योगी को हाथरस के एसपी, डीएसपी समेत इस केस से जुड़े पांच अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश देना पड़ा है। अधिकारियों पर इस कार्रवाई के साथ ही सरकार ने दोनों पक्षों का नार्को टेस्ट कराने का भी आदेश दिए हैं। सरकार ने कहा है कि मामले में पीड़ित पक्ष, आरोपियों व संबंधित पुलिस अधिकारियों का पॉलीग्राफी व नार्को टेस्ट किया जाएगा। बता दें कि मामले में पीड़ित पक्ष, आरोपियों व पुलिस अधिकारियों के बयान परस्पर विरोधी हैं जिसे लेकर एसआईटी ने इसकी जांच करने का मुद्दा भी अपनी रिपोर्ट में उठाया है लिहाज तह तक जाने के लिए यह फैसला लिया गया है। विपक्ष ने परिवार के नार्को टेस्ट का विरोध किया है।
.@myogiadityanath जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीज अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है @myogiadityanath इस्तीफा दो
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 2, 2020
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है कि यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है - अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा। ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं। पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।