International Youth Day 2020: विश्व का सबसे युवा देश भारत

Corona Impact: कोरोना काल में 'वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी' रखी गई थीम, 21 वें International Youth Day का ऑनलाइन celebration

Updated: Aug 13, 2020, 04:47 AM IST

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा, ये पंक्तियां युवाओं पर एकदम सटीक बैठती हैं। युवा अपनी इच्छा शक्ति से हर असंभव काम को अंजाम दे सकता है। बस आवश्यकता है सही मार्गदर्शन की।

आज इंटरनेशनल यूथ डे है। भारत को युवाओं का देश कहा जाता है। देश में 50 प्रतिशत से ज्यादा की आबादी 25 साल से कम उम्र की है। वहीं 35 साल से कम उम्र वालों की संख्या करीब 65 फीसदी है। कहने का मतलब यह है कि भारत नई ऊर्जा और विचारों का देश है। यहां मैन पावर और अथाह श्रम शक्ति का भंडार है। अगर सही मार्गदर्शन मिल जाए, तो युवा देश की प्रगति में भागीदार हो सकते हैं। यह आवश्यक है कि युवाओं में संस्कार, चरित्र निर्माण जैसे गुणों का विकास हो सके। युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के मौके विकसित किए जाएं ताकि वे एक बेहतर समाज का हिस्सा बने और देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकें। 

इंटरनेशनल यूथ डे पर ऑनलाइन हो रहे आयोजन

कोरोना काल में भी पूरी दुनिया में इंटरनेशनल यूथ डे मनाया जा रहा है। इस साल ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन विशेष को मनाने का उद्देश्य है युवाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीती के मुद्दों पर भागीदारी और उनकी भूमिका पर चर्चा करना। आनलाइन होने वाले कार्यक्रमों में विभिन्न क्षेत्रों के युवा भाग ले रहे हैं। सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर अपनी राय रख रहे हैं।

'वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी' है 2020 की थीम

इस बार इंटरनेशनल यूथ डे की थीम है 'वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी' (Youth Engagement for Global Action)। जिसका लक्ष्य स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर युवाओं की भागीदारी के तरीकों को उजागर करने के लिए राष्ट्रीय और बहुपक्षीय संस्थानों और प्रक्रियाओं को समृद्ध करना। वहीं औपचारिक संस्थागत राजनीति में युवाओं का प्रतिनिधित्व और भागीदारी को बढ़ावा देना है।

कोरोना काल में बेरोजगारी से जूझने को मजबूर हैं युवा

इंटरनेशनल यूथ डे के माध्यम से विश्व की युवा जनसंख्या पर ध्यान देने का प्रयास किया जाता है। इस साल कोरोना महामारी की वजह से युवा बेरोजगारी, आर्थिक संकट जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कोविड 19 से लगभग हर देश में युवाओं को भारी नुकसान का समाना करना पड़ा है। जिससे युवाओं में डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। इन सभी युवाओं पर ध्यान देना जरुरी है|  उनकी शिक्षा से लेकर उनके आत्मनिर्भर बनने तक के रास्ते में उनकी मदद करना हर देश की सरकार का दायित्व है। युवाओं में देश की दिशा और दशा बदलने की शक्ति होती है।

 12 अगस्त 2000 को मना था पहला इंटरनेशनल यूथ डे

पहली बार इंटरनेशनल यूथ डे 12 अगस्त सन 2000 में मनाया गया था। सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसंबर 1999 को इसका निर्णय लिया था। वहीं संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1985 में इंटरनेशनल यूथ इयर मनाने की घोषणा की थी।

 इंटरनेशनल यूथ डे मनाने का उद्देश्य

इंटरनेशनल यूथ डे मनाने का उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और विकास का लक्ष्य पाने के लिए युवाओं की भूमिका सुनिश्चित करना है। देश में सामाजिक, आर्थिक विकास का लक्ष्य पाने के लिए युवाओं की पसंद को नाकारा नहीं जा सकता। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का मतलब है कि सरकारे युवाओं के मुद्दों और उनकी बातों पर ध्यान दे। देश में दिव्यांग युवा, महिलाएं और समाज का कमजोर कहा जाने वाला वर्ग आज भी शिक्षा पाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करने को मजबूर है। इंटनेशनल यूथ डे के मौके पर उनके अधिकारों और उन्हे मिलने वालों मौकों पर भी विमर्श हो, कमजोर तबके के युवाओं को भी विकास का मौका, शिक्षा और रोजगार के अवसर मिले तो यह दिन सार्थक हो सकेगा।