तालिबान से आरएसएस की तुलना पर जावेद अख्तर पर भड़की बीजेपी, फिल्में रिलीज़ न होने देने की दी धमकी

जावेद अख्तर ने एक हिंदी न्यूज़ चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा था कि तालिबान की ही तरह भारत में कुछ ऐसे संगठन हैं जो कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं, जावेद अख्तर ने कहा कि हिंदू राष्ट्र की मानसिकता तालिबानी आतंकियों के जैसी ही है

Updated: Sep 05, 2021, 02:24 PM IST

Photo Courtesy : The Economic Times
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मुंबई। गीतकार जावेद अख्तर द्वारा तालिबान और आरएसएस की तुलना करना बीजेपी नेता राम कदम को नागवार गुज़रा है। बीजेपी नेता ने जावेद अख्तर से उनके बयान पर माफी मांगने के लिए कहा है। अन्यथा राम कदम ने धमकी देते हुए कहा है कि अगर उन्होंने अपने बयान पर माफी नहीं मांगी तो उनसे जुड़ी हुई किसी भी फिल्म को देशभर में रिलीज़ नहीं होने दिया जाएगा।  

राम कदम ने जावेद अख्तर के बयान का विरोध करते हुए कहा कि जावेद अख्तर का यह बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि संघ और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े उन करोड़ों लोगों का अपमान है जो इस विचारधारा का अनुशरण करते हैं। राम कदम ने हिंदूवादी संगठनों का बचाव करते हुए कहा कि इनसे जुड़े संगठन गरीब से गरीब लोगों की मदद करते हैं। 

राम कदम ने कहा कि जावेद अख्तर को इस तरह का बयान देने से पहले एक बार सोचना चाहिए था कि इस समय उसी विचारधारा के लोग देश की सरकार चला रहे हैं और राजधर्म का पालन कर रहे हैं। राम कदम ने कहा कि अगर इनकी विचारधारा तालिबानी होती तो क्या वे इस तरह की बात कर पाते? राम कदम ने अपने वीडियो संदेश में जावेद अख्तर को चेतावनी देते हुए कहा कि हम मां भारती की सरज़मीं पर जावेद अख्तर से जुड़ी किसी भी फिल्म को तब तक रिलीज़ नहीं होने देंगे जब तक कि वे देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले संघ परिवार और उससे जुड़े हुए संगठनों से माफी नहीं मांग लेते। 

जावेद अख्तर ने एक हिंदी न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए तालिबान और आरएसएस से जुड़े संगठनों को एक बराबर बताया था। जावेद अख्तर ने कहा था कि पूरे विश्व में राइट विंग ऐसा ही कुछ चाहता है। जैसे तालिबान अफ़ग़ानिस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहता है, वैसे ही यहां पर कुछ लोग हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। 

जावेद अख्तर ने कहा कि ये सभी एक ही मानसिकता के हैं, चाहे वे हिंदू हों, मुस्लिम हों, इसाई या यहूदी हों। जावेद अख्तर ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि तालिबान बर्बर है, उनकी हरकतें निंदनीय है। लेकिन जो लोग आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों का समर्थन कर रहे हैं, वे भी वैसै ही हैं। हालांकि जावेद अख्तर ने कहा कि हिंदुस्तान कभी एक तालिबानी देश इसलिए नहीं बन पाएगा, क्योंकि यहां पर ज़्यादातर लोग सहिष्णु हैं।