मीना हैरिस ने फिर उठाया भारत में मानवाधिकारों का मुद्दा, अपने ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शनों की दी मिसाल

किसान आंदोलन के समर्थन में उतरी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस, भारत में हो रही प्रतिक्रिया पर कहा, मैं न तो डरूंगी और न ही चुप रहूंगी

Updated: Feb 05, 2021, 01:18 PM IST

Photo Courtesy : Abp news
Photo Courtesy : Abp news

नई दिल्ली। भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का एक बार फिर से खुला समर्थन किया है। उन्होंने भारत में अपने खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भारत के कुछ लोगों द्वारा अपने खिलाफ जाहिर की गई प्रतिक्रियाओं की मिसाल देते हुए फिर से दोहराया है कि वो किसानों के मानवाधिकारों का समर्थन करना जारी रखेंगी।   

मीना हैरिस ने ट्वीट कर कहा, 'मैने भारतीय किसानों के मानवाधिकारों का समर्थन किया तो देखिए किस तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।  

दरअसल, यूनाइटेड हिंदू फ्रंट नाम के एक संगठन के कुछ लोगों ने अमेरिका की नामी वकील, लेखक व प्रोड्यूसर मीना हैरिस के विरुद्ध प्रदर्शन किया तथा उनकी तस्वीरों को आग लगाई। इस दौरान हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ता अपने हाथों में तख्तियां लेकर खड़े थे जिनमें लिखा था कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की इजाजत किसी को नहीं है। इसी से जुड़े ट्वीट को रिट्वीट करते हुए मीना ने ये दिखाने की कोशिश की है कि आज भारत में क्या कुछ हो रहा है। 

भारतीय मूल की अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के चुनाव जीतने के बाद भारत में जश्न का माहौल था। प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी दिग्गज उन्हें बधाई दे रहे थे। आज उन्हीं की भतीजी जब भारत के किसानों का समर्थन कर रही हैं, तो उनका कुछ लोग तीखा विरोध कर रहे हैं। कई बार तो ये विरोध सभ्यता और मर्यादा की सीमाएं पार कर रहा है। कई ट्रोल्स सोशल मीडिया पर उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां तक दे रहे हैं। इसके बावजूद मीना हैरिस ने स्पष्ट किया है कि वे इस मामले में चुप नहीं रहेंगी। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि न तो मुझे डराया जा सकता है और न ही मुझे कोई चुप करा सकता है। 

मीना हैरिस ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट कर भारतीय किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन का समर्थन किया है और बताया है कि इस वजह से ट्वीटर पर उन्हें किस तरह की बातें कही जा रही है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'मुझे इस बात पर हंसी आ रही है कि वे मुझे रिहाना बैंड की प्रॉपगैंडिस्ट बता रहे हैं। कृपया कोई एक कवर एल्बम बना दो। 

कुछ लोग क्यों कर रहे हैं हैरिस का विरोध

दरअसल मीना हैरिस ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की आवाज़ को दबाने की कोशिशों का विरोध करते हुए कहा था कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने ट्वीट किया था कि, 'यह महज एक संयोग नहीं है कि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र (अमेरिका) पर एक महीने पहले हमला हुआ और अब दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले लोकतंत्र पर खतरा है। यह दोनों घटनाएं जुड़ी हुई हैं। भारत में किसान आंदोलनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की हिंसा और इंटरनेट बंद किए जाने के प्रति हम सबमें आक्रोश होना चाहिए।'  

उन्होंने आगे लिखा कि, 'इस पर हमें वैसी ही प्रतिक्रिया देनी चाहिए जैसी कैपिटल हिल में हुई हिंसा को लेकर दी थी। जिसमें अमेरिकी प्रतिनिधि एलेक्जेंड्रिया कॉर्टेज समेत कई लोगों को यातनाओं से गुज़रना पड़ा था। फासीवाद कहीं भी लोकतंत्र के लिए खतरा है। ट्रंप का कार्यकाल भले ही खत्म हो गया हो लेकिन अपने आसपास देखिए, ऐसा माहौल हर तरफ है। जबतक लोग जागेंगे नहीं और एकजुट नहीं होंगे, तब तक यह खत्म नहीं होगा।'