लोकसभा टीवी में 16 मिनट का म्यूट बना मुद्दा, सांसद बोलते रहे और जनता देखती रही मूक टीवी
संसद म्यूट के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बोलने दो के नारे लगा रहे थे.. लेकिन लोकसभा टीवी ने 11.03 -11.19 मिनट तक लोकसभा की आवाज़ को बंद कर दिया...नाराज़ विपक्ष को संसद में गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठना पड़ा

नई दिल्ली। लोकसभा टीवी में आज सोलह मिनट का मौन दर्शन देखने को मिला। जब सांसद तो बोल रहे थे लेकिन दर्शक उसे सुनने में अक्षम थे क्योंकि टीवी को पीछे से म्यूट कर दिया गया था। यह वाकया सुबह 11.09 बजे से 11.19 के बीच देखने को मिला। इस दौरान विपक्षी सांसद राहुल गांधी को बोलने दो के नारे लगा रहे थे। हंगामे के बीच संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को सोमवार तक स्थगित कर दिया गया।
संसद में जब "राहुल गांधी को बोलने दो" के नारे लग रहे थे तब लोकसभा चैनल को म्यूट कर दिया गया। ताकि देशवासी यह नहीं देख सकें कि राहुल गांधी को किस तरह अपनी बात रखने से रोका जा रहा है। जबकि संसद के सदस्य उन्हें सुनना चाहते थे। दरअसल, सत्तापक्ष के सांसद मांग कर रहे थे कि राहुल गांधी लोकतंत्र को लेकर दिए गए अपने बयान पर माफी मांगें। सत्तापक्ष इस बात पर अड़ा हुआ है कि वो माफी मांगें बगैर राहुल गांधी को बोलने नहीं देंगे।
लोकसभा चैनल म्यूट किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "वे परेशान थे कि राहुल गांधी जी ने क्यों कहा कि विपक्षी सदस्यों के माइक बंद कर दिए जाते हैं। आज तो लोकसभा ही म्यूट कर दिया गया। और क्या सबूत चाहिए। ना बोलूंगा, ना बोलने दूंगा।"
वे परेशान थे कि @RahulGandhi जी ने क्यों कहा कि विपक्षी सदस्यों के माइक बंद कर दिए जाते हैं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 17, 2023
आज तो लोकसभा ही म्यूट कर दिया गया। और क्या सबूत चाहिए!!#ना_बोलूंगा_ना_बोलने_दूंगा https://t.co/P5PyuwC0rr
वहीं राजस्थान सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "जनता द्वारा चुने गए सांसदों को संसद में बोलने का अवसर ना देना एवं लोकसभा की कार्यवाही म्यूट करवाना लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है। यह देशवासियों की आवाज शांत करने का प्रयास है। क्या इसे स्वस्थ लोकतंत्र कहा जा सकता है? इन्हीं मुद्दों को लेकर राहुल जी ने भारत जोड़ो यात्रा की थी।"
जनता द्वारा चुने गए सांसदों को संसद में बोलने का अवसर ना देना एवं लोकसभा की कार्यवाही म्यूट करवाना लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है। यह देशवासियों की आवाज शांत करने का प्रयास है। क्या इसे स्वस्थ लोकतंत्र कहा जा सकता है? इन्हीं मुद्दों को लेकर राहुल जी ने भारत जोड़ो यात्रा की थी। https://t.co/rJ5uk8UocY
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 17, 2023
हंगामे के बीच संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को शुक्रवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। अब लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को होगी। इस बीच संसद भवन में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्ष के नेता विरोध प्रदर्शन करने बैठ गए हैं। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हैं। यहां केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है।
अडानी मामले में JPC गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन करते कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge, CPP चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी और श्री @RahulGandhi सहित विपक्ष के सांसद।
— Congress (@INCIndia) March 17, 2023
मोदी सरकार हमारी आवाज दबा नहीं पाएगी, अडानी मामले पर PM मोदी को जवाब देना ही होगा। pic.twitter.com/gq8xYyiusz
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण अब तक हंगामों से भरा रहा है। केंद्र सरकार राहुल गांधी को लंदन में दिए उनके बयानों के लिए घेर रही है। सत्तापक्ष लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहा है। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा, इसलिए माफी का सवाल ही नहीं उठता है।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर ने कहा, 'राहुल गांधी ने कभी मांग नहीं की है कि विदेशी ताकत हमारे देश में आकर हमारे लोकतंत्र को बचाएं। ये सब बकवास है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र खतरे में है,सभी को इसके बारे में पता होना चाहिए। मझे नहीं लगता कि इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।'