ममता बनर्जी ने कहा, बंगाल को नहीं बनने देंगे गुजरात, आदिवासी कलाकारों के साथ किया डांस

संथाली लोक कलाकारों के साथ थिरकने के बाद बीजेपी पर बरसीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, कहा- उत्कृष्टता और बौद्धिकता को महत्व देता बंगाल, इसे गुजरात में तब्दील करने की इजाजत नहीं दे सकते

Updated: Dec 25, 2020, 12:24 AM IST

Photo Courtesy : The Telegraph
Photo Courtesy : The Telegraph

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इन दिनों चुनाव प्रचार में जोरशोर से जुटी हुईं हैं। इस दौरान ममता के कई सहयोगियों ने टीएमसी से बगावत कर बीजेपी का दामन थाम लिया है, बावजूद इसके सीएम ममता ने आज यह संदेश दिया है कि वह हारने वालों में से नहीं हैं। चुनावी टेंशन और साथियों के बगावत के बीच सीएम ममता डांस करते देखी गईं। वहीं डांस के बाद उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना भी साधा। ममता ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल को गुजरात नहीं बनने देंगी।

ममता बनर्जी आज कोलकाता में आयोजित बांग्ला संगीत मेले में शामिल हुईं। इस दौरान ममता ने लोक कलाकारों के साथ डांस भी किया। सीएम बनर्जी को जानी-मानी संथाली नृत्यांगना बसंती हेम्ब्रम डांस स्टेप्स सिखाती नज़र आईं। कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कई लोक कलाकारों को सम्मानित भी किया, जिनमें संगीतकार, गायक और डांसर शामिल हैं।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मंच से दिए भाषण में ममता बनर्जी ने बीजेपी पर करारा हमला किया। पश्चिम बंगाल में अगला विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्य में विकास का गुजरात मॉडल लागू करने के बीजेपी द्वारा बार-बार किए जा रहे दावे पर तंज कसते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि लोग ऐसा नहीं होने देंगे। ममता ने कहा कि, 'राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और जयहिंद के नारे, ये सभी पश्चिम बंगाल से विश्व को दिए गए। बंगाल उत्कृष्टता और मेधा को महत्व देता है। हम इसे गुजरात में तब्दील करने की इजाजत नहीं दे सकते।'

यह भी पढ़ें: बीजेपी ने अग्निमित्र पॉल को दिया कारण बताओ नोटिस, पार्टी विरोधी बयानबाजी का आरोप

ममता ने बीजेपी पर 'बाहरी होने' के अपने आरोप की धार तेज करते हुए कहा, 'बंगाल की धरती जीवन का स्रोत है। हमें इस मिट्टी को संरक्षित रखना होगा। हमें इससे गौरवान्वित होना होगा। ऐसा नहीं हो सकता कि कोई बाहर से आए और कहे कि अब बंगाल को गुजरात में तब्दील कर देंगे। हमारा संदेश यह है कि हम सभी के लिए हैं, मानवता सभी के लिए है, चाहे वह सिख, जैन या ईसाई हों। हम उनके बीच विभाजन की इजाजत नहीं देंगे।'