मोदी की माफी अहंकार से भरी हुई, शिवाजी मूर्ति गिरने के खिलाफ MVA का जूता मारो आंदोलन

प्रदर्शन के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी की माफी अंहकार से भरी हुई है। वहीं, शरद पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण है।

Updated: Sep 01, 2024, 01:26 PM IST

मुंबई। मुंबई में रविवार को महाविकास अघाड़ी (MVA) द्वारा सरकार के खिलाफ "जूते मारो आंदोलन" किया जा रहा है। यह आंदोलन छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के विरोध में आयोजित किया गया है। ​​​​​​इसमें ​उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले, नाना पटोले समेत MVA की तीनों पार्टियों के बड़े नेता शामिल हुए हैं।

MVA ने साउथ मुंबई के हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक पैदल मार्च निकाला। प्रदर्शन के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी की माफी अंहकार से भरी हुई है। वहीं, शरद पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरना भ्रष्टाचार का उदाहरण है।

प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि यह भूमि छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि के रूप में जानी जाती है, उनकी मूर्ति गिर गई और उन्हें इस पर कोई शर्म नहीं है। जगताप ने आगे कहा, 'भाजपा कह रही है कि इसका राजनीतिकरण न करें, लेकिन अगर भाजपा समर्थन में विरोध कर रही है, तो उन्हें शर्म आनी चाहिए। महाराष्ट्र के लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे। वे चाहते हैं कि पीएम मोदी माफी मांगे। आप मुट्ठी बांधकर हजारों लोगों के सामने माफी नहीं मांगते।'

बता दें कि पीएम मोदी ने 30 अगस्त को महाराष्ट्र के पालघर में छत्रपति शिवाजीमूर्ति गिरने पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे और मेरे दोस्तों के लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं। हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं। हमारे लिए वे पूजनीय हैं। आज मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने नतमस्तक हूं और उनसे क्षमा मांगता हूं।

मोदी से पहले महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी माफी मांग चुके हैं। हालांकि, भाजपा के माफी मांगने के बाद भी विपक्ष लगातार सरकार पर हमला कर रहा है।