मैसूर यूनिवर्सिटी का छात्राओं के लिए विशेष फ़रमान, शाम 6.30 के बाद बाहर जाने पर रोक

मैसूर विश्वविद्यालय ने अपने आदेश में छात्राओं के यूनिवर्सिटी कैंपस में इधर उधर बैठने से भी मना किया है, इसके साथ ही विश्वविद्यालय से सटे कुक्करहल्ली झील पर भी शाम के 6.30 बजे बाद आने पर रोक लगा दी गई है

Updated: Aug 28, 2021, 06:44 AM IST

Photo Courtesy : the news minute
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मैसूर। मैसूर में एक कॉलेज छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद मैसूर विश्वविद्यालय का एक आदेश विवादों में घिर गया है। मैसूर विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी कैंपस में शाम 6.30 बजे के बाद छात्राओं के घूमने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही छात्रों को यूनिवर्सिटी में इधर उधर बैठने पर रोक लगाई गई है। विश्वविद्यालय के इस आदेश पर विवाद बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी के वीसी ने आदेश को सुधारने का आश्वासन दिया है। 

मैसूर विश्वविद्यालय का आदेश यूनिवर्सिटी कैंपस में शुक्रवार शाम से प्रभावी हो गया है। आदेश के मुताबिक यूनिवर्सिटी कैंपस में अब शाम 6.30 बजे के बाद छात्राओं के घूमने पर रोक रहेगी। कैम्पस में सुनसान जगहों पर भी शाम के बाद छात्राओं के जाने पर भी रोक लगाई गई है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय से सटे कुक्करहल्ली झील पर भी छात्राओं की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। छात्राएं यहां शाम साढ़े छह के बाद नहीं जा सकेंगी। 

इस आदेश पर विवाद बढ़ने के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति हेमंत कुमार ने कहा है कि यह आदेश यूनिवर्सिटी कैंपस में सुनसान जगहों को लेकर पुलिस विभाग द्वारा ज़ाहिर की गई चिंता के बाद जारी किया गया है। कुलपति ने कहा है कि ये दिशानिर्देश छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर जारी किए गए हैं। कुलपति ने आगे कहा है कि आदेश का उद्देश्य छात्राओं को कैंपस की सुनसान जगहों पर घूमने से रोकना है। यह आदेश पीजी कैंपस में रहनेवाली मनसा गंगोत्री की छात्राओं पर भी लागू होगा।

कुलपति ने कहा कि हम छात्राओं को यही संदेश देना चाहते हैं कि वे यूनिवर्सिटी कैंपस में अकेले घूमने से परहेज़ करें। कुलपति ने कहा कि छात्राएं अकेले जाने के बजाय अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए जाएं। कुलपति ने कहा है कि वे जल्द ही विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को आदेश में सुधार लाने के निर्दश देंगे। 

दरअसल बीते मंगलवार मैसूर स्थित चामुंडी हिल्स के पास एमबीए की एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। छात्रा अपने किसी दोस्त के साथ घूमने गई थी। वहीं पर कुछ लोगों ने दोनों पर हमला कर दिया, और छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया। पुलिस इस पूरे मामले में जांच कर रही है।

वहीं इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कर्नाटक की कानून व्यवस्था पर कांग्रेस द्वारा सवाल खड़े किए जाने के बाद राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि कांग्रेस उनका बलात्कार कर रही है। इस विवादित बयान पर बवाल मचने के बाद मंत्री ने अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली।