आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर, शिवसेना उद्धव गुट ने मेकर्स पर लगाए गंभीर आरोप
मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर बनी फिल्म ने सारी मर्यादाएं लांघ दी हैं, मेकर्स को देश से माफी मांगनी चाहिए: सांसद प्रियंका चतुर्वेदी
नई दिल्ली। प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर देश में विवाद बढ़ता जा रहा है।मामला कोर्ट तक पहुंच गया है। हिंदू सेना ने आदिपुरुष फिल्म के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक रिट पिटीशन दायर कर मांग की है कि फिल्म को सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए प्रमाणित नहीं किया जाए। उधर शिवसेना उद्धव गुट ने कहा है कि मेकर्स को इसके लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने फिल्म के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, 'जिस भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, उसी राम पर बनी फिल्म आदिपुरुष ने सारी मर्यादाएं लांघ दी हैं। भारत के करोड़ों मानस पर राम के नाम का जितना प्रभाव और सम्मान रहा है, आदिपुरुष फिल्म से उनका उतना बड़ा अपमान हुआ है। इस फिल्म में हमारे भगवान का मजाक बनाने की महाभूल के लिए आदिपुरुष के लेखक मनोज मुंतशिर, निर्देशक ओम राउत और टीम देश से माफी मांगें।'
उधर, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने शुक्रवार को आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर की। याचिका में गुप्ता ने कहा कि यह फिल्म धार्मिक नेताओं/पात्रों/आंकड़ों को गलत और अनुचित तरीके से चित्रित करके हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करती है। गुप्ता ने याचिका में रामायण, भगवान राम और देश की संस्कृति का मजाक बनाने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट से 'आदिपुरुष' में रावण, राम, सीता और हनुमान के कई अपमानजनक सीन्स भी हटाने के लिए आदेश देने की मांग की है।
बता दें कि आदिपुरुष फिल्म को इसके वीएफएक्स की गुणवत्ता और भगवान हनुमान की भूमिका निभाने वाले अभिनेता द्वारा बोले गए 'टपोरी' शैली के संवादों के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। समीक्षकों ने फिल्म की गंभीरता से समीक्षा की और इसे पुरानी फिल्मों का मिला-जुला रूप बताया है। उधर, नेपाल के फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने 'सीता को भारत की बेटी' बताने संबंधी संवाद पर आपत्ति जताई है। फिल्म का प्रचार प्रसार करने वाले भाजपा नेताओं की भी देशभर में आलोचना हो रही है।