Punjab: मालगाड़ियां बंद होने से बिजली संकट, यूरिया की भी हुई कमी

पंजाब के दो सरकारी और तीन निजी पावर प्लांट्स कोयले की कमी से जूझ रहे हैं, पिछले एक महीने से राज्य में कोयला बिल्कुल नहीं आया

Updated: Nov 05, 2020, 09:07 PM IST

Photo Courtesy: Punjab Kesari
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चंडीगढ़। पंजाब में करीब एक महीने से मालगाड़ी की आवाजाही बंद होने से बिजली घरों में कोयले का स्टॉक खत्म हो गया है, जिससे सूबे में बिजली का संकट पैदा हो गया है। इतना ही नहीं फसल बोने के लिए राज्य में यूरिया की भी कमी है। वहीं राज्य में धान और चावल के भंडारण के लिए जूट के बोरों की कमी हो गई है। जिस वजह से अनाज के बड़े ढेर खड़े हो गए हैं, जिन्हें राज्य से बाहर भेजा जाना था।

पंजाब के दो सरकारी और तीन निजी पावर प्लांट्स कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। क्योंकि पिछले एक महीने से राज्य में कोयला बिल्कुल नहीं आया है। पंजाब स्टेट पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक  ए वेणुप्रसाद ने मीडिया को बताया कि निजी प्लांट जीवीके की अकेली और आख़िरी यूनिट बंद होने की कगार पर है। वहीं दो सरकार प्लांट्स को चलाया जा रहा है। लेकिन हमारे पास जो कोयला है वो ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा। उन्होंने ये भी बताया कि पिछले तीन दिन से पंजाब केंद्रीय ग्रिड से बिजली ख़रीद रहा है। ए वेणुप्रसाद ने बताया कि वित्त विभाग ने हमें बिजली खरीदने के लिए पैसा देने से मना कर दिया है। जो काफी चिंताजनक बात है।

आपको बता दें, पंजाब में यूरिया मालगाड़ी के जरिए पहुंचता था। लेकिन अब इसे ट्रकों के जरिए धीरे-धीरे पहुंचाना पड़ रहा है। जिससे यूरिया भी कम पहुंच पा रहा है। कृषि अधिकारियों को डर है कि दिसंबर की शुरूआत में इसकी भारी किल्लत हो सकती है, क्योंकि यह समय नई फसल बोने के बाद, पहली बार खाद डालने का होता है।

दरअसल केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसानों ने रेलवे ट्रैक को जाम किया हुआ है। जिसके बाद रेलवे ने पंजाब की तरफ जाने वाली मालगाड़ियों पर रोक लगा दी है। रेलवे ने साफ कर दिया है कि जब तक रेलवे ट्रैक से रुकावट खत्म नहीं हो जाती और ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती तब तक मालगाड़ियों को नहीं चलाया जाएगा।