Pranab Mukherjee: बेटी शर्मिष्ठा ने याद किया जीवन का सबसे खुशनुमा दिन
Pranab Mukherjee Health Updates: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्थिति में नहीं हो रहा सुधार, हालत नाजुक

नई दिल्ली। भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। सोमवार को उनकी ब्रेन सर्जरी भी हुई थी जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। 84 वर्षीय भारत रत्न प्रणब मुखर्जी की हालत चिंताजनक बताई गई है। इसी बीच उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक भावुक पोस्ट लिखी है। शर्मिष्ठा ने पिछले साल पिता प्रणब मुखर्जी को मिले भारत रत्न सम्मान का जिक्र करते हुए उसे अपने जीवन का सबसे खुशनुमा पल बताया है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'पिछले साल 8 अगस्त का दिन मेरी जिंदगी का सबसे खुशनुमा दिन था, जब मेरे पिता को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उसके ठीक एक साल बाद 10 अगस्त से उनकी हालत गंभीर है। भगवान उनके लिए सबकुछ अच्छा करें और मुझे सुख और दु:ख दोनों सहने की शक्ति दें। मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करती हूं।'
Last year 8August was 1 of d happiest day 4 me as my dad received Bharat Ratna.Exactly a year later on 10Aug he fell critically ill. May God do whatever is best 4 him & give me strength 2 accept both joys & sorrows of life with equanimity. I sincerely thank all 4 their concerns????
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 12, 2020
प्रणब मुखर्जी की स्थिति में कोई सुधार नहीं
मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिल्ली कैंट के आर्मी हॉस्पिटल में 10 अगस्त को 12.07 बजे गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। इस दौरान चिकित्सकीय जांच में उनके मस्तिष्क में एक बड़ा सा थक्का नजर आया। इसके बाद सोमवार को ही उनकी इमरजेंसी ब्रेन सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद से उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। बुधवार सुबह तक मुखर्जी की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है और वह खबर लिखे जाने तक उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही रखा गया है।
साल 2012 में बने थे भारत के 13वें राष्ट्रपति
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मुखर्जी का राजनीतिक करियर लगभग 50 वर्षों का है। पहली बार 1969 में बतौर राज्यसभा सांसद चुने गए मुखर्जी की कार्यकुशलता से तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी इतनी प्रभावित हुई थी कि कम उम्र में हीं उन्होंने मुखर्जी को कैबिनेट में जगह दे दिया था। मुखर्जी ने जुलाई 2012 में भारत के 13वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।