राजस्थान की सियासत में पंजाब का असर, सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने दिया इस्तीफा
पंजाब में चल रहे सियासी उठापटक का असर अब राजस्थान में भी दिखने लगा, पंजाब के मामले पर सीएम गहलोत के ओएसड़ी लोकेश शर्मा ने अपना इस्तीफा भेज दिया है

जयपुर। पंजाब में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच राजस्थान से बड़ी खबर सामने आ रही है। सीएम अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की वजह शर्मा ने अपने एक ट्वीट को बताया है, जिसे पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के इस्तीफे से जोड़कर देखा जा रहा था। लोकेश शर्मा सीएम गहलोत का सोशल मीडिया संभालते थे।
दरअसल, कल पंजाब में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच सीएम गहलोत के ओएसड़ी लोकेश शर्मा ने एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा कि, 'मजबूत को मजबूर, मामूली को मग़रूर किया जाए... बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए !!' शर्मा के इस ट्वीट के बाद राजस्थान में भी राजनीतिक हलचलें तेज हो गई। लोग इसे पंजाब से जोड़कर देखने लगे। ट्विटर यूजर्स भी कहने लगे कि पंजाब के बाद अब राजस्थान का नंबर है।
मजबूत को मजबूर, मामूली को मग़रूर किया जाए...
— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) September 18, 2021
बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए !!
मामले पर बवाल बढ़ता देख शर्मा ने कल देर रात करीब साढ़े 12 बजे सीएम गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया। इस्तीफे में उन्होंने सफाई देते हुए लिखा, 'आज दिन में मेरे द्वारा किये गए ट्वीट को राजनैतिक रंग देते हुए, गलत अर्थ निकालकर पंजाब के घटनाक्रम से जोड़ा जा रहा है। वर्ष 2010 से मैं ट्विटर पर सक्रिय हूँ और मैंने आज तक पार्टी लाइन से अलग, कांग्रेस के किसी भी छोटे से लेकर बड़े नेता के संबंध में और प्रदेश की कांग्रेस सरकार को लेकर कभी कोई ऐसे शब्द नहीं लिखे हैं जिन्हें गलत कहा जा सके।'
शर्मा ने आगे लिखा कि, 'आपके द्वारा ओएसडी की जिम्मेदारी देने के बाद से मेरी सीमाओं और मर्यादाओं का ध्यान रखते हुए कभी कोई राजनैतिक ट्वीट नहीं किया। मैंने हमेशा राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की बात, सरकार के फैसले, जनकल्याणकारी योजनाओं और सरकार की सकारात्मक मंशा को ही आगे बढ़ाने का प्रयास किया। सरकार की छवि को धूमिल करने वाले लोगों को तथ्यों के साथ जवाब देकर उनके द्वारा फैलाए जाने वाले भ्रामक प्रचार को रोकने का प्रयास किया।'
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शर्मा ने लिखा है कि यदि मेरे शब्दों से पार्टी, सरकार और हाईकमान को ठेस पहुंची हो तो क्षमा चाहता हूं। मेरी मंशा, मेरे शब्द और मेरी भावना किसी को भी किसी भी रूप में ठेस पहुंचाने वाली नहीं थी और न कभी होगी। फिर भी अगर आपको लगता है मेरे द्वारा जान-बूझकर कोई गलती की गयी है तो मैं आपके विशेषाधिकारी पद से इस्तीफा भेज रहा हूँ, निर्णय आपको करना है।' बहरहाल, अब ये देखना होगा कि गहलोत शर्मा का इस्तीफा मंजूर करते हैं या नहीं।