शर्मनाक: बग्गा की गिरफ्तारी पर 3 राज्यों की पुलिस में भिड़ंत, वर्चस्व की लड़ाई में सियासतदानों ने जवानों को झोंका
पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को बीजेपी नेता तजिंदरपाल सिंह बग्गा को किया गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस के खिलाफ दर्ज की किडनैपिंग की FIR, हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के जवानों को हिरासत में लिया

नई दिल्ली। सियासतदानों की वर्चस्व की लड़ाई में आज आजाद भारत के इतिहास में एक और काला अध्याय लिखा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर 3 राज्यों की पुलिस आपस में भिड़ गई। पंजाब पुलिस ने बग्गा को गिरफ्तार किया, तो दिल्ली पुलिस ने पंजाब के पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण की FIR दर्ज कर ली। उधर हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के जवानों को हिरासत में ले लिया था। अब खबर आई है कि बग्गा को पंजाब पुलिस से लेकर हरियाणा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है।
Delhi Police
— Srinivas BV (@srinivasiyc) May 6, 2022
vs
Punjab Police
vs
Haryana Police
तानाशाहों ने पैदा किये
देश में गृहयुद्ध के हालात?
दरअसल, शुक्रवार सुबह पंजाब पुलिस ने बग्गा को उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। बग्गा के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने, धार्मिक उन्माद फैलाने तथा आपराधिक रूप से डराने-धमकाने के आरोप थे। तजिंदर बग्गा को दिल्ली से मोहाली ले जा रही पंजाब पुलिस की टीम को रास्ते में ही बीजेपी शासित हरियाणा की पुलिस ने पकड़ लिया। कुरुक्षेत्र में जहां पंजाब पुलिस का काफिला रोका गया, वहां कुरुक्षेत्र, अंबाला और करनाल तीनों जिलों के SP पहुंच गए।
विश्व युद्ध हो न हो भारत में गृहयुद्ध जरूर होगा।।
— दुर्गेश अवस्थी (@DurgesAwasthi) May 6, 2022
Why is Haryana police & Delhi police acting as a private vigilante force of Modi & Shah?
— Swati Chaturvedi (@bainjal) May 6, 2022
दिल्ली पुलिस ने तजिंदर बग्गा के पिता की शिकायत के आधार पर अपहरण का केस दर्ज किया था। केंद्र सरकार द्वारा कंट्रोल्ड दिल्ली पुलिस पंजाब पुलिस के उन जवानों को अपहरणकर्ता मान रही है जो बग्गा को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। जबकि पंजाब पुलिस का दावा है कि दिल्ली पुलिस को गुरुवार शाम ही गिरफ्तारी से संबंधी जानकारी दी गई थी।
दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस पर किडनैपिंग का मामला दर्ज कर दिया।
— MANJUL (@MANJULtoons) May 6, 2022
हरियाणा पुलिस ने इस मामले के आधार पर हरियाणा पुलिस की गाड़ियां रोक दीं।
अब पंजाब पुलिस हरियाणा पुलिस के खिलाफ सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने का केस बना सकती है।
और साहब नारा लगा सकते हैं एक भारत, श्रेष्ठ भारत!
दिल्ली के बीजेपी प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने दावा किया कि लगभग 50 पुलिस वाले बग्गा के दिल्ली स्थित घर में सुबह करीब साढ़े आठ बजे घुसे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। यहां तक कि उन्हें पगड़ी भी नहीं पहनने दी। हरियाणा पुलिस का कहना है कि दिल्ली पुलिस के निर्देश पर पंजाब पुलिस को रोका गया है। पंजाब पुलिस की टीम से कुरुक्षेत्र में पूछताछ की जा रही है। बाद में हरियाणा पुलिस ने बग्गा को पंजाब पुलिस से लेकर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। ऐसे में अब बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस, हरियाणा पुलिस के जवानों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज करेगी।
75 साल में पहली बार आदरणीय मोदी जी के कुशल नेतृत्व में तीन राज्यों की पुलिस आपस में अपराधियों की तरह लड़ रही है!
— Surendra Rajput (@ssrajputINC) May 6, 2022
पंजाब दिल्ली और हरियाणा।
आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ऐसे गुंडों को बचाने की कोशिश कर रही है। दरअसल, ये पूरा मामला सियासतदानों के वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा हुआ है। बग्गा ने हाल ही में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विवादास्पद टिपण्णी की थी। इसके जवाब में आम आदमी पार्टी द्वारा शासित पंजाब पुलिस ने बग्गा के खिलाफ FIR दर्ज किया था। आज पंजाब पुलिस ने बग्गा को गिरफ्तार किया तो अब बीजेपी नेताओं ने मोर्चा खोल दिया।
इस देश में 70 साल में कभी सुना कि
— Vinod Kapri (@vinodkapri) May 6, 2022
तीन तीन राज्यों की पुलिस आपस में लड़ भिड़ रही हैं
मोदी-शाह की राजनीति और इस ख़ौफ़नाक राजनीति से प्रेरित राज्य सरकारें इस देश को तबाही की तरफ़ ले जा रही हैं।
दिल्ली पुलिस जो कि केंद्र सरकार के अधीन आती है उसने FIR दर्ज की और हरियाणा पुलिस जो राज्य के भाजपा सरकार के अधीन आती है उसने पंजाब पुलिस को रोक लिया। इस तरह आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने राजनीतिक विवाद में 3 राज्यों के पुलिस को झोंक दिया है। आजाद भारत के इतिहास में इस तरह की ये पहली घटना है। सोशल मीडिया यूजर्स इस मामले में बीजेपी और आम आदमी पार्टी की जमकर आलोचना कर रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि आज देश किस हालात में पहुंच गया है जब राज्यों की पुलिस आपसी सहयोग के बजाए राजनीति से प्रेरित होकर आपस में भिड़ गई है।