Temple Priest Burnt Alive: राजस्थान में मंदिर की ज़मीन के लिए पुजारी को ज़िंदा जलाया

जलाने के दो दिन बाद बाबूलाल वैष्णव की मौत, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, चार फ़रार, सीएम ने की घटना की निंदा, विपक्ष ने उठाए क़ानून व्यवस्था के सवाल

Updated: Oct 09, 2020, 11:29 PM IST

Photo Courtsey: ANI
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जयपुर। राजस्थान के करौली जिले में भूमि विवाद के चलते एक पुजारी को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ दबंगों ने जमीन विवाद को लेकर एक पुजारी पर हमला किया और उन्हें पेट्रोल से जिंदा जलाने का प्रयास किया। इस घटना के दो दिन बाद बुरी तरह से झुलसे पुजारी की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीना को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन बाकी के चार आरोपी अभी फरार हैं। पुजारी ने थाने में कैलाश मीणा के खिलाफ कुछ दिन पहले ही रिपोर्ट लिखाई थी। खबर है कि कैलाश मीना मंदिर की पंद्रह बीघा जमीन हड़पने के लिए पुजारी को परेशान करता था। जिसके खिलाफ पुजारी ने कुछ दिन पहले ही स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, करौली के बुकना गांव के पुजारी बाबू लाल वैष्णव को मंदिर ट्रस्ट ने 15 बीघे जमीन दी थी। जमीन के पास स्थित एक प्लॉट पर वह अपना घर बनाना चाहते थे। मीणा समुदाय के कुछ लोगों ने उस जमीन को अपना बताते हुए वहां पुजारी के घर बनाने का विरोध किया जिसके बाद गांव के बुजुर्गों ने पंचायत कर फैसला पुजारी के पक्ष में दिया। इसके बाद पुजारी ने जमीन पर बाजरा की गांठें लगा दीं ताकि जमीन पर अपना मालिकाना हक साबित कर सकें वहीं दूसरी ओर मीणा समुदाय के लोगों ने वहां झोपड़ी बनाना शुरू कर दिया।

बताया जा रहा है कि इस वजह से दोनों पक्षों में विवाद ने तूल पकड़ लिया और मीणा समुदाय के लोगों ने बाजरे की गांठों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस दौरान बीच-बचाव में गए बाबू लाल भी बुरी तरह झुलस गए। इसके दो दिनों बाद जयपुर स्थित सवाई मान सिंह अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है वहीं उससे घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ की जा रही है। 

पुजारी के साथ बर्बरता की इस घटना को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा, 'सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।'

 

 

मामले पर शुरू हुई राजनीति

पुजारी के साथ हुए इस घटना को लेकर अब देशभर में राजनीति शुरू हो गई है। इस घटना को महाराष्ट्र के पालघर की घटना से जोड़कर बीजेपी नेता कांग्रेस सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। बीजेपी नेता प्रदीप सिंह वाघेला ने इस घटना को लेकर ट्वीट कर कहा, 'कोंग्रेस शासित प्रदेशों में सरकार नागरिकों की रक्षा करने में नाकाम हुई है, पहले महाराष्ट्र और अब राजस्थान। साधुओं की हत्या अतिनिंदनीय है।'

 

 

वहीं बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट कर लिखा कि, 'कांग्रेस राज में कब तक हिन्दू, हिन्दू होने की कीमत चुकाता रहेगा ?'

 

 

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