अरेस्ट तो मुझे उनका बाप भी नहीं कर सकता, डॉक्टरों को लेकर रामदेव का शर्मनाक बयान

रामदेव ने लांघी मर्यादा, कोरोना वॉरियर्स को लेकर दिया शर्मनाक बयान, सोशल मीडिया यूजर्स का आरोप, मोदी-शाह के संरक्षण में रामदेव कर रहे अनर्गल बयानबाजी

Updated: May 26, 2021, 03:19 PM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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नई दिल्ली। आपदा के इस घड़ी में कोरोना योद्धाओं को लेकर अनर्गल बयानबाजी करने वाले रामदेव ने मर्यादा को लांघते हुए एक और शर्मनाक बयान दे डाला है। गिरफ्तारी की मांग के बीच पतंजलि के संस्थापक रामदेव ने डॉक्टरों को लेकर कहा है मुझे उनका बाप भी गिरफ्तार नहीं करवा सकता। खुद को स्वामी कहने वाले रामदेव के इस बयान ने देशभर के लोगों को आक्रोशित कर दिया है।

एलोपैथी को लेकर मूर्खतापूर्ण बयान देकर घिरे रामदेव माफी मांगने के बावजूद अपनी जुबान पर लगाम नहीं रख पा रहे हैं। कोरोना योद्धाओं को ललकारने वाला यह बयान रामदेव ने बाकायदा प्रेस वार्ता के दौरान दिया है, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद देशभर के लोगों में उबाल है। वीडियो में रामदेव कह रहे हैं कि, 'खैर अरेस्ट तो उनका बाप भी नहीं कर सकता है स्वामी रामदेव को। शोर मचा रहे हैं कि अरेस्ट रामदेव। कभी कुछ चलाते हैं, कभी कुछ। कभी ठग रामदेव, कभी महाठग रामदेव। अब हमारे लोगों को भी ट्रेंड चलाने की प्रैक्टिस हो गई है और उसमें भी हम टॉप करते हैं।' 

दरअसल, रामदेव पिछले कुछ दिनों से कोरोना योद्धाओं को लेकर लगातार अपमानजनक बातें कर रहे हैं। रामदेव ने एलोपैथी को स्टुपिड साइंस करार देते हुए दावा किया था कि उसी के वजह से लाखों लोगों की मौत हुई है। इसपर आईएमए की आपत्ति के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने उन्हें बयान वापस लेने को कहा था। रामदेव ने बयान वापस तो ले लिया लेकिन बावजूद इसके वह अनर्गल बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं।

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हाल ही में उन्होंने टर्र, टर्र करते हुए डॉक्टरों का मजाक बनाया था। उन्होंने इस दौरान वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने की नीयत से कहा था कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी हजारों डॉक्टरों की मौत हो गई। वे कैसे डॉक्टर हैं जो वैक्सीन लेकर भी खुद को भी नहीं बचा सकते। इसके बाद देशभर में उनकी गिरफ्तारी की मांग उठने लगी। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए रामदेव ने सारी मर्यादाओं को लांघ दिया। कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा में जुटे कोरोना योद्धाओं के लगातार अपमान से व्यथित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने रामदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।

रामदेव को आईएमए उत्तराखंड ने नोटिस थमा दिया है। जिसमें आईएमए ने रामदेव को लिखित में माफी मांगने के लिए कहा है। इसके साथ ही आईएमए ने रामदेव को अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए एक वीडियो भी जारी करने के लिए कहा है। आईएमए ने इसके लिए रामदेव को 15 दिन की मोहलत दी है। आईएमए ने रामदेव को चेतवानी देते हुए कहा है कि अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर रामदेव ने माफी नहीं मांगी, तो आईएमए उनके खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकेगा साथ ही महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कराएगा।

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आईएमए ने कहा है कि रामदेव एलोपैथी का ए तक नहीं जानते, और केवल अपना व्यापार चमकाने के लिए लगातार बेतुके बयान दे रहे हैं। उधर सोशल मीडिया पर भी रामदेव के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। ट्वीटर यूजर्स रामदेव के इन शर्मनाक बयानों के लिए केंद्र सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। लोगों का आरोप है कि पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के संरक्षण में रामदेव डॉक्टरों को लेकर ओछी टिप्पणियां कर रहे हैं।