कोरोना के कारण माता पिता को खोने वाले बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे मोदी सरकार, सोनिया गांधी ने पीएम को लिखा पत्र

सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर की मांग, कहा, माता पिता को खोने वाले बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है

Updated: May 20, 2021, 11:20 AM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
Photo Courtesy: Amar Ujala

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। सोनिया गांधी ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान करने की मांग की है। सोनिया गांधी ने इन बच्चों को केंद्र सरकार के अधीन नवोदय विद्यालयों में दाखिला देने की मांग की है। 

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि जिन बच्चों के सिर से इस कठिन दौर में अपने मां बाप का साया उठ गया है, ऐसे बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सोनिया गांधी ने कहा है कि इस संकट काल में जिस बच्चे के माता पिता अथवा इन दोनों में से परिवार चलाने वाले किसी एक व्यक्ति की मौत हुई है, ऐसे बच्चों के लिए नवोदय विद्यालयों के दरवाज़े खोल देने चाहिए और उन्हें मुफ्त में शिक्षा प्रदान करना चाहिए। 

सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी बच्चों के भविष्य की चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इन बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के कोने कोने से ऐसी खबरें आ रही हैं, जहां बच्चे अपने माता पिता को खो रहे हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि ये सूचनाएं ह्रदय विदारक हैं, इस समय इन यतीम बच्चों की मदद के लिए कोई भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में एक राष्ट्र के तौर पर इनका भविष्य संवारने की ज़िम्मेदारी हम सबकी है। अतः केंद्र सरकार द्वारा देश भर में संचालित 661 नवोदय विद्यालयों में इन बच्चों का दाखिला कराया जाना चाहिए। 

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अनेक मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखती रही हैं। हाल ही में सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से कोरोना से निपटने के लिए सभी राजनीतिक दलों की एक टीम बनाने की भी मांग की थी। ताकि महामारी से निपटने के लिए एक समग्र रणनीति तैयार की जा सके। सोनिया गांधी ने महामारी से निपटने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा सरकार का साथ देने की भी बात प्रधानमंत्री से कही थी। कांग्रेस अध्यक्ष गरीबों के खाते में आर्थिक सहायता पहुंचाने की भी मांग प्रधानमंत्री मोदी से कर चुकी हैं।